Lok Sabha Elections 2024: दूरदर्शन के लोगो को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम लेता नहीं दिख रहा है. इस बदलाव के बाद से ही विपक्षी नेताओं की ओर से केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साधा जा रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार (202 अप्रैल) को इस मामले पर एक्स पर टिप्पणी की.


ममता बनर्जी ने कहा कि दूरदर्शन के लोगों के भगवाकरण और रंग में बदलाव से मैं स्तब्ध हूं. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ये ऐसे समय में किया गया है, जब देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं. 


ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से की दखल देने की मांग
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ने कहा कि यह बिल्कुल अनैतिक, पूरी तरह से अवैध है और राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक के बीजेपी को लेकर पूर्वाग्रह को जोर-शोर से दर्शाता है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर तत्काल दखल देने की मांग की.






ममता बनर्जी ने कहा, ''जब लोग चुनावी मोड में हैं तो भारत का चुनाव आयोग (ECI) आदर्श आचार संहिता के इस भद्दे, भगवा समर्थक उल्लंघन की अनुमति कैसे दे सकता है? ईसीआई को इसे तुरंत रोकना चाहिए और दूरदर्शन के लोगो के पहले के नीले रंग का करने के लिए बदलाव को वापस लेना चाहिए.''


बीजेपी नेता अमित मालवीय ने किया पलटवार
वहीं, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए एक्स पर पोस्ट किया है. इस पोस्ट में अमित मालवीय ने लिखा, ''गाली न देने के लिए धन्यवाद. पिछले कुछ समय से आपकी भाषा भद्दी और घृणित है. चुनाव हारने के आसार दिख रहे हैं. दूरदर्शन के भगवा रंग की बात करें तो इसका परीक्षण 1982 में किया गया था. इसलिए चौंकिए मत और पता लगाइए कि इसे नीले रंग में किसने बदला. यह राष्ट्रीय प्रसारक के लिए घर वापसी के अलावा और कुछ नहीं है.''


विपक्षी दलों के निशाने पर आया दूरदर्शन का फैसला
दूरदर्शन के तहत आने वाले डीडी न्यूज के लोगो को 16 अप्रैल को केसरिया रंग का कर दिया गया. इस बदलाव के बाद से ही दूरदर्शन विपक्षी दलों के निशाने पर आ गया है. वहीं, दूरदर्शन ने इसे केवल विजुअल सौंदर्य में बदलाव के रूप में पेश किया है.


टीएमसी के राज्यसभा सांसद और प्रसार भारती के पूर्व सीईओ रहे जवाहर सरकार ने कहा, ''नेशनल ब्रॉडकास्टर ने अपने ऐतिहासिक फ्लैगशिप लोगो को भगवा रंग में रंग दिया है. इसके पूर्व सीईओ के रूप में मैं इसके भगवाकरण को चिंता के साथ देख रहा हूं और महसूस कर रहा हूं - यह अब प्रसार भारती नहीं है, यह प्रचार (प्रसार) भारती है.''


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