स्पेस ज्ञान को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक बार फिर निशाने पर आ गई हैं. दरअसल अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) की छात्र शाखा तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) की स्थापना दिवस की सालगिरह के अवसर पर ममता बनर्जी एक रैली को संबोधित कर रही थीं. 


इस दौरान उन्होंने कहा, ‘जब इंदिरा गांधी चंद्रमा पर पहुंचीं तो उन्होंने राकेश (शर्मा) से पूछा कि वहां से हिंदुस्तान कैसा दिखता है. उन्होंने जवाब दिया 'सारे जहां से अच्छा'. पिछले हफ्ते भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को उसके महत्वाकांक्षी चंद्रयान -3 मिशन की सफलता पर बधाई देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने ‘राकेश रोशन’ से पूछा था कि ‘चंद्रमा’ से धरती कैसा दिखता है. 


 






नेताओं का 'चंद्रज्ञान'


इससे पहले भी चंद्रयान 3 को लेकर नेताओं ने गलतियां की हैं. पिछले हफ्ते बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चंद्रयान 3 के बारे में बोलने को कहा गया तो वे इसके बारे में अनजान थे. इसके अलावा ओमप्रकाश राजभर, राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी ऐसे बयान दिए, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हुई.


एक न्यूज चैनल से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ''हम तो भारत के उन वैज्ञानिकों को धन्यवाद देते हैं जो दिन प्रतिदिन रिसर्च करके नई खोज कर रहे हैं. जो चंद्रयान 3 की बात कर रहे हैं, इसके लिए हम उनको बधाई देते हैं. कल धरती पर सकुशल उसके आने का जो टाइम है, आने के बाद उसका स्वागत पूरे देश को करना चाहिए.'' इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ खूब तंज किया जा रहा है.


वहीं अशोक चांदना ने कहा, ''हम कामयाब हुए और सेफ लैंडिंग हुई. जो यात्री गए हुए हैं हमारे उनको सलाम करता हूं. हमारा देश एक कदम और साइंस और स्पेस में आगे बढ़ा, उसके लिए सभी देशवासियों को बधाई देता हूं.'' इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अशोक चांदना के बयान की चुटकी लेना शुरू कर दी, क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि चंद्रयान 3 मिशन मानवरहित है. 





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