केजरीवाल के समर्थन में आईं ममता, कहा- राजनीतिक बदले के लिए संवैधानिक संस्था का इस्तेमाल दुर्भाग्यपूर्ण
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘इस समय हम पूरी तरह अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम के साथ हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी संवैधानिक निकाय का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए नहीं किया जा सकता. चुनाव आयोग ने आप के 20 विधायकों की सुनवाई तक नहीं की. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण. यह नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के विपरीत है.’’
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 20 आप विधायकों की अयोग्यता की सिफारिश के लिए चुनाव आयोग की आलोचना की, उन्होंने शुक्रवार को कहा कि संवैधानिक निकाय का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए नहीं किया जा सकता. उन्होंने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल का समर्थन जताया.
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘इस समय हम पूरी तरह अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम के साथ हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी संवैधानिक निकाय का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए नहीं किया जा सकता. चुनाव आयोग ने आप के 20 विधायकों की सुनवाई तक नहीं की. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण. यह नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के विपरीत है.’’
A Constitutional body cannot be used for political vendetta. The 20 AAP MLAs were not even given a hearing by the Hon EC. Most unfortunate. This goes against the principles of natural justice.At this hour we are strongly with @arvindkejriwal and his team
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 19, 2018
चुनाव आयोग ने आप के 20 विधायकों के लाभ के पद पर बने रहने के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनको अयोग्य घोषित किये जाने की सिफारिश की है. उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि आज सुबह राष्ट्रपति को भेजी गयी राय में चुनाव आयोग ने कहा कि 13 मार्च 2015 और आठ सितम्बर 2016 के बीच संसदीय सचिवों के पद पर रहने के कारण वे अयोग्य घोषित किए जाने योग्य हैं.