Mamata Banerjee on Central Government: '7 दिनों का समय दे रही हूं, नहीं तो... ', आखिर क्यों ममता बनर्जी ने दिया मोदी सरकार को अल्टीमेटम
Mamata Banerjee Demands Release Of Central Funds: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को सात दिनों का समय देकर केंद्रीय योजनाओं से जुड़े बंगाल के फंड को रिलीज करने की मांग की है.
Mamata Banerjee Ultimatum To Centre : I.N.D.I.A गठबंधन से अलग हटकर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने अब केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है. शुक्रवार (26 जनवरी) को केंद्र को सभी बकाया राशि का भुगतान करने के लिए सात दिनों का समय देते हुए उन्होंने कहा कि इस समय सीमा के भीतर अगर केंद्र सरकार फंड रिलीज नहीं करती है तो पार्टी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी.
बनर्जी ने यह टिप्पणी 75वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में राजभवन में एक कार्यक्रम के बाद की. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर केंद्र सरकार ने फंड जारी नहीं किया तो हम (TMC) बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे.’
केंद्र सरकार के पास बंगाल के इतने रुपये हैं बकाया
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने पश्चिम बंगाल सरकार के आंकड़ों के हवाले से लिखा है कि केंद्र सरकार के पास पश्चिम बंगाल के हिस्से की बड़ी धनराशि बकाया है. रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र पर राज्य का प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत 9,330 करोड़ रुपये, मनरेगा के तहत 6,900 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 830 करोड़ रुपये, पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 770 करोड़ रुपये और स्वच्छ भारत मिशन के तहत 350 करोड़ रुपये बकाया है. इसके अलावा यह भी दावा है कि मिड-डे मील के तहत 175 करोड़ रुपये के साथ ही अन्य योजनाओं के लिए भी कथित तौर पर बकाये का भुगतान केंद्र सरकार ने नहीं किया है.
बकाए के भुगतान के लिए पीएम से मिल चुकी हैं सीएम ममता
ममता बनर्जी ने 20 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी और लंबित केंद्रीय निधि के मुद्दे पर चर्चा की थी. बैठक के बाद बनर्जी ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव दिया कि राज्य और केंद्र के अधिकारी एक साथ बैठ कर मुद्दों को सुलझा सकते हैं. दावा है कि लंबा वक्त गुजर जाने के बाद भी इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया.
ममता और केंद्र सरकार के रिश्तों में रही है तल्खी
आपको बता दें कि बीते कुछ सालों से केंद्र सरकार के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार के संबंधों में काफी तल्खी रही है. राज्य में भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में केंद्रीय एजेंसियां ईडी और सीबीआई की छापेमारी और धरपकड़ को लेकर भी सीएम ममता लगातार हमलावर रही हैं. वहीं राज्यपाल और बंगाल सरकार के बीच भी कड़वाहट किसी से छिपी नहीं है. हालांकि ममता गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस की ओर से आमंत्रण पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई थीं.
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