CBI Vs ममता: आज राजीव कुमार से होगी पूछताछ, कोलकाता पुलिस ने नागेश्वर राव की पत्नी से जुड़े दफ्तर पर मारा छापा
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, राजीव कुमार से सीबीआई की तीन अलग अलग टीमें पूछताछ करेगी और हर टीम में तीन से ज्यादा अधिकारी शामिल रहेंगे साथ ही हर टीम के पास पूछताछ के अलग अलग मुद्दे होंगे.
नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) के बीच तनातनी जारी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार शारदा चिटफंड मामले में आज कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से शिलॉन्ग में पूछताछ होगी. इसके लिए सीबीआई ने करीब 50 सवाल तैयार किये हैं. इस बीच कल रात कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव की पत्नी से कथित रुप से संबद्ध एक गैर बैंकिंग वित्त कंपनी की दो संपत्तियों पर छापा मारा.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि बहुबाजार थाने में दर्ज एक पुरानी शिकायत की कोलकाता पुलिस द्वारा जांच के तहत एंजिला मर्केंटाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो कार्यालयों पर छापा मारा गया. एक कार्यालय शहर में है और दूसरा समीप के साल्ट लेक में स्थित है.
उन्होंने बताया कि 30 पुलिस अधिकारियों के एक दल ने इन दो कार्यालयों पर छापा मारा जो राव की पत्नी मन्नेम संध्या से कथित रुप से संबद्ध है. पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘कंपनी और संध्या के बीच कई लेन-देन हुए हैं. हम मामले की जांच कर रहे हैं. ’’
फिलहाल सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक राव ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस कंपनी के संबंध- जैसा कि कुछ मीडिया संगठनों ने खबर दी है, से इनकार करता हूं.’’
कोलकाता पुलिस के सूत्रों के अनुसार कंपनी के मालिक को शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. ध्यान रहे कि राव जब सीबीआई के अंतरिम निदेशक थे तभी राजीव कुमार के घर सीबीआई की 40 सदस्यों की टीम पूछताछ के लिए पहुंची थी. लेकिन वहां मौजूद कर्मियों ने सीबीआई की टीम को रोक दिया था. बाद में उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. यहीं से सीबीआई और ममता सरकार के बीच तनातनी शुरू हो गई.
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ममता बनर्जी राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताते हुए धरने पर बैठ गई. तीन दिनों तक यह धरना चला. इस दौरान करीब-करीब 20 विपक्षी पार्टियों ने ममता का साथ दिया. वहीं सरकार ने शारदा चिटफंड में घोटाले की जांच की दलील देते हुए कार्रवाई को सही बताया.
पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में गया. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की याचिका पर कहा कि राजीव कुमार जांच में सहयोग करें हालांकि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाए. जिसके बाद आज उनसे शिलॉन्ग में पूछताछ होगी. इसके लिए सीबीआई ने करीब 50 प्रश्न तैयार किये हैं.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, राजीव कुमार से सीबीआई की तीन अलग अलग टीमें पूछताछ करेगी और हर टीम में तीन से ज्यादा अधिकारी शामिल रहेंगे साथ ही हर टीम के पास पूछताछ के अलग अलग मुद्दे होंगे और ये पूछताछ तीन कंपनियो को लेकर की जायेगी. जरूरत पड़ने पर सीबीआई अपने प्रश्नों की संख्या बढ़ा सकती है.
सूत्रों ने बताया कि राजीव कुमार से पूछताछ का जो खाका तैयार किया गया है उसमें शामिल है कि -
-मुख्य आरोपी की जो काल डिटेल सीबीआई को एसआईटी ने दी उसमें छेडछाड़ किसने की? -क्या आपको पता था कि उसमे से अनेक नंबर गायब किए गए थे? -जिन फोन नंबरो को गायब किया गया क्या आप उन लोगों को जानते थे? -एसआईटी प्रमुख होने के नाते आप ने कुछ आरोपियों को लैपटाप आदि क्यों वापस किए? -एक आरोपी ने बताया है कि एसआईटी के छापे के दौरान अनेक अहम दस्तावेज बरामद हुए थे लेकिन वो दस्तावेज सीजर मेमो में नहीं दिखाए गए वो कौन से दस्तावेज थे? -एक छापे विशेष के बारे में बताते हुए पूछा जायेगा कि कितनी हार्डडिस्क और पैनड्राइव बरामद हुए थे और अब वो कहां है? -4 अक्टूबर 2013 को दुर्गापुर थाने में दर्ज रोजवैली की एफआईआर के बारे में आपको क्या पता है? -क्या इस एफआईआर को दबाया गया था? -इन धोखेबाज कंपनियो ने किन किन राजनैतिक पार्टियों को चेक के जरिए चंदा दिया था? -क्या ऐसे चेक छापे के दौरान आपकी टीम ने बरामद किए थे? -यदि हां तो आपने क्या कार्रवाई की थी और वो दस्तावेज कहां है?
उधर गृह मंत्रालय ने भी राजीव कुमार समेत उन पांच पुलिस अधिकारियो के खिलाफ बंगाल सरकार को कार्रवाई करने को कहा है जिन्होंने ममता के साथ धरने मे हिस्सा लिया था.
राजीव कुमार से पूछताछ क्यों? दरअसल, शारदा चिटफंड मामले में पश्चिम बंगाल की सरकार ने एक एसआईटी का गठन किया था और उसका प्रमुख राजीव कुमार को नियुक्त किया गया. बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई. अब सीबीआई का आरोप है कि राजीव कुमार ने कुछ लोगों को बचाने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ की.
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