ममता बनर्जी बोलीं-सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो दिल्ली दंगों की जांच
24 फरवरी से 26 फरवरी के बीच हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में 46 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. वहीं, 250 से अधिक लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं. हिंसा के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली के सभी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है.
सुजापुर (बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में हुए दंगों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए. इन दंगों में कम से कम 46 लोग मारे गए हैं. माल्दा जिले के सुजापुर में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘दंगों का गुजरात मॉडल’’ अपनाया गया.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा में दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां करने में जुटी है. बुधवार तक 1647 लोग गिरफ्तार और हिरासत में ले लिए गए, मगर मोस्ट वांटेड ताहिर हुसैन का दिल्ली पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है. दिल्ली पुलिस मुख्यालय द्वारा बुधवार देर रात इन आंकड़ों से संबंधित अधिकृत बयान जारी किया गया. जारी बयान के मुताबिक, "हिंसा को लेकर अलग-अलग थानों में अब तक 531 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. इनमें से 47 मामले सिर्फ शस्त्र अधिनियम के हैं. जबकि गिरफ्तार होने वाले और हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या 1647 पहुंच गई है."
पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है और जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर,चांद बाग, शिव विहार,भजनपुरा, यमुनाविहार और मुस्तफाबाद में स्थानीय लोगों के साथ बैठकें भी की जा रही हैं. ये स्थान हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
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