Mamta visits Goa:पश्चिम बंगाल में विजयी पताका फहराने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के सियासी रण में जाने की तैयारी कर रही हैं. वो अगले हफ्ते 28 अक्टूबर को गोवा दौरे पर जाएंगी. 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं. इस बीच गोवा की पहली यात्रा से पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ने बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में विपक्षी दलों के समर्थन के लिए एक संदेश भेजा.
ममता बनर्जी ने अपने संदेश में कहा है कि बीजेपी विरोधी सभी पार्टियों को एकजुट होने की जरुरत हैं. उन्होंने कहा, "जैसा कि मैं 28 तारीख को अपनी पहली गोवा यात्रा की तैयारी कर रही हूं, मैं सभी व्यक्तियों, संगठनों और राजनीतिक दलों से बीजेपी और उनके विभाजनकारी एजेंडे को हराने के लिए एकजुट होने का आह्वान करती हूं. गोवा के लोगों ने पिछले 10 वर्षों में काफी कुछ झेला है."
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, "एक साथ, हम एक नई सरकार बनाकर गोवा के लिए एक नई सुबह की शुरुआत करेंगे जो वास्तव में गोवा के लोगों की सरकार होगी और उनकी आकांक्षाओं को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध होगी."
टीएमसी की राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच बनाने की कोशिश
तृणमूल कांग्रेस इस साल की शुरुआत में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में अपनी भारी जीत के बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ाने की कोशिश कर रही है और बीजेपी शासित गोवा और त्रिपुरा में पैठ बनाने को भरपूर कोशिश में जुटी है. गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो जो हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने के अपने इरादे की घोषणा के बाद से तृणमूल कई स्थानीय नेताओं को अपने पाले में शामिल कर रही है.
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 17 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी को 13 सीटों पर सीमित कर दिया था. हालांकि, कांग्रेस को आश्चर्यचकित करते हुए, बीजपी ने क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया और दिवंगत वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बना ली थी.
आम आदमी पार्टी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में पणजी की अपनी यात्रा के दौरान कई लुभावने वादे किए हैं. प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली और स्थानीय लोगों के लिए 80% नौकरियों की घोषणा के साथ AAP ने चुनावों से पहले दाव चल दिया है. इस महीने की शुरुआत में ममता बनर्जी ने दावा किया कि कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने में बुरी तरह विफल रही है. टीएमसी का आरोप है कि बीजेपी विधानसभा चुनावों में अपनी हार को पचा पाने में विफल रही है और प्रतिशोध की राजनीति कर रही है.