नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने 52 साल के एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जो लोगों के बीच धागे वाले बाबा के नाम से जाना जाता था. ये ठग गरीब और जरूरतमंद लोगों को पहले जादू टोने के नाम पर अपने जाल में फंसाता था और फिर दिल्ली हाई कोर्ट व जिला अदालत में नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे लाखों रुपये ठगता था. द्वारका जिला पुलिस ने इस ठग को मेरठ से गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इस धागे वाले बाबा ने कुछ लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 18 लाख रुपये की ठगी की थी.


क्या है मामला
द्वारका जिले के डीसीपी संतोष कुमार मीणा ने बताया कि इस मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के एसीपी की तरफ से उत्तम नगर इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति रविंदर सिंह की जॉब वेरिफिकेशन का फॉर्म आया. जिसकी नौकरी दिल्ली हाईकोर्ट में ड्राइवर के पद पर लगी थी, ऐसा वेरिफिकेशन फॉर्म में दावा किया गया था. उसके साथ जो अपॉइंटमेंट लेटर था उसकी कॉपी भी अटैच थी. इस लेटर में टीआर नागपाल रजिस्ट्रार अकाउंट, कैश एंड बजट, दिल्ली हाई कोर्ट के फर्जी सिग्नेचर और डुप्लीकेट सील लगाई गयी थी. पुलिस ने सबसे पहले रविन्द्र को पूछताछ के लिए बुलाया, जिसका अपॉइंटमेंट लेटर था. 


उसने बताया कि उसके घर के नजदीक एक व्यक्ति जिसका नाम रक्षित गौतम है, किराए पर रहता था. उसने 2020 में उसकी नौकरी दिल्ली हाईकोर्ट में लगवाने के नाम पर 5 लाख रुपये लिए थे. इसके बाद वह व्यक्ति यहां से मकान छोड़कर चला गया. अब उसके पास अपॉइंटमेंट लेटर भेजा गया, जिसकी उसने पुलिस वेरीफिकेशन करवाई. रविन्द्र ने यह भी बताया कि गौतम ने कई अन्य लोगों से भी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए लिए हैं. पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला कि रक्षित गौतम जादू टोने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाता आया है. पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो मालूम हुआ कि रक्षित गौतम के खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी व जालसाजी के मामले दर्ज हैं. तुरंत ही द्वारका साउथ थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई.


मेरठ में धागे वाले बाबा के नाम से चला रहा था तंत्र मंत्र का धंधा, कर रहा था लोगों के साथ ठगी


पुलिस का कहना है कि पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पाया कि आरोपी मेरठ में रह रहा है. जिसके बाद पुलिस ने उसे शिव पुरम कॉलोनी, मेरठ यूपी से पकड़ा. वहां वह धागे वाले बाबा के तौर पर रह रहा था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.


डीयू से ग्रेजुएट है ये ठग


पुलिस का कहना है कि आरोपी रक्षित गौतम ने डीयू से बीकॉम में ग्रेजुएशन की है. दो बीवियां हैं. ये विश्वास पार्क उत्तम नगर इलाके का रहने वाला है, जो खुद को जादू टोना में एक्सपर्ट होने का दावा करता है और इसी दावे से वह गरीब लोगों को ठगता रहा है. इसके खिलाफ पहले से 3 मामले दर्ज हैं. साल 2005 में तिहाड़ जेल में रहने के दौरान इसकी मुलाकात सतीश नाम के एक अन्य कैदी से हुई, जिससे इसने फर्जी दस्तावेज बनाना सीखा.



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