Hyderabad: 3.16 लाख के नकली नोट के साथ धराया शख्स, बहन के साथ मिलकर यू-ट्यूब से सीखी थी छपाई की तरकीब
Hyderabad Crime News: गोपालपुरम पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाले एक शख्स को 3.16 हजार रुपये के जाली नोट साथ गिरफ्तार किया है. उसने अपनी बहन के साथ मिलकर यू-ट्यूब से नकली नोट छापने की तरकीब सीखी थी.
Hyderabad Crime News: गोपालपुरम पुलिस ने मंगलवार को 3 लाख 16 हजार के नकली नोटों के साथ एक शख्स को गिरफ्तार किया है. वह पेशे से कार मैकेनिक है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि अपनी बहन के साथ मिलकर यू-ट्यूब से नकली नोट छापने की तरकीब सीखी थी और उसकी छपाई कर पैसे बनाने लगा था. उसने रंगीन प्रिंटर का उपयोग करके नोटों का प्रिंटआउट लिया और फिर नकली रुपये प्रिंट कर बाजार में भेजने लगा.
फल बेचने वाले ने खोल दी नकली नोट की पोल
हैदराबाद, उत्तर क्षेत्र की DCP, चंदना दीप्ति ने बताया कि, हमें एक फल बेचने वाले से शिकायत मिली थी कि उसे एक व्यक्ति ने नकली नोट दिया है. नकली नोट देने वाले व्यक्ति से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने रमेश नामक एक व्यक्ति से कुछ नकली रुपए लिए हैं, रमेश जो प्रिंटिंग मशीन के जरिए नकली नोट छाप रहा था. डीसीपी ने बताया कि उसके साथ उसकी बहन भी इसमें शामिल थी जो अभी फरार है. उन्होंने बताया कि हमने रमेश को गिरफ़्तार कर उसके पास से 3 लाख से ज़्यादा रुपए बरामद किए हैं.
रमेश के पास से 3.16 लाख रुपये के नकली नोट के साथ ही लैपटॉप, कंप्यूटर, प्रिंटिंग मशीन और रुपये छापने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विशेष स्याही भी बरामद की है. इसमें शामिल आरोपी की बहन अभी फरार है. पुलिस ने बताया कि कुल मिलाकर, ₹ 100 मूल्यवर्ग के 2,500 नोट और ₹ 100 और ₹ 500 मूल्यवर्ग के आधे छपे नोट शामिल थे.
कार मैकेनिक ने बहन के साथ मिलकर यू-ट्यूब से सीखी तरकीब
पुलिस के अनुसार, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पास एक फल विक्रेता गोपी रामास्वामी द्वारा बेचे गए फलों के बदले में ₹ 200 का नोट मिलने के बाद, बंदलागुड़ा जागीर के के. रमेश बाबू, जो पेशे से एक कार मैकेनिक है, उसको गिरफ्तार किया गया. प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी रमेश बाबू ने अपनी बहन रामेश्वरी के साथ मिलकर यूट्यूब पर नकली नोट के बारे में सीखा. उन्होंने आवश्यक उपकरण खरीदे और करेंसी नोटों की छपाई शुरू कर दी.
उन्होंने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए YouTube पर मनी विज़ुअलाइज़ेशन पर वीडियो भी बनाए. इस प्रक्रिया में, रमेश के साथ एक सुरक्षा गार्ड एस. अंजैया भी शामिल था और उसके साथ भी दो अन्य लोग भी इसमें शामिल थे. इन लोगों ने रमेश से ₹ 50,000 का भुगतान करके ₹ 1.30 लाख के नकली नोट खरीदे थे.
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