ओडिशा: तितली तूफान में मारी गई बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए 8 किलोमीटर तक कंधे पर ले कर गया पिता
विशेष राहत आयोग के मुताबिक ओडिशा में आए तितली तूफान में कुल 57 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. इसके अलावा 57,131 घर तबाह हो गए. राज्य के कई इलाकों में अभी भी बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है.
नई दिल्ली: ओडिशा के तटीय इलाकों में हाल ही में आए तितली तूफान ने भीषड़ तबाही मचाई थी. इस दौरान राहत और बचाव के लिए प्रशासन ने जबरदस्त इंतजाम भी किए थे. अब तूफान के जाने के बाद प्रशासन की लापरवाही की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. ओडिशा के ही गजपति से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है.
दरअसल बाढ़ से प्रभावित एक आदमी को अपने बेटी के मृत शरीर को कंधों पर उठाकर आठ किलोमीटर चलकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. मुकुंद डोरा की आठ वर्षीय बेटी चक्रवात तितिली के दौरान बाढ़ में बह गई थी और 11 अक्टूबर से लापता थी. उसके शरीर को कल एक नाला से बरामद किया गया था.
मुकुंद ने इस मामले की पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने कथित रूप से मृत लड़की की कुछ तस्वीरें लीं लेकिन पोस्टमॉर्टम के लिए कोई सहायता नहीं की. कोई दूसरा साधन ना होने पर मुकुंद अपनी बेटी के शव को अपने कंधों पर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले गया. हालांकि खबर प्रकाश में आने के बाद प्रशासन की नींद टूटी. गजपति के जिला प्रशासन ने मृत लड़की के पिता मुकंद डोरा को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की पेशकश की.