Heart Attack Deaths: फिल्म अवतार-2 देख रहे शख्स की हार्ट अटैक से मौत, आखिर क्यों जानलेवा बनता जा रहा आपका दिल, जानें
Heart Attack Deaths: पिछले कुछ महीनों से हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ी है. आंध्र प्रदेश में फिल्म अवतार-2 देख रहे शख्स की अचानक मौत हो गई. आखिर क्यों हो रहा कार्डिएक अरेस्ट?
Heart Attack Deaths: पिछले कुछ दिनों से देश में हार्ट अटैक से मौत के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. लोग फिल्म देखते हुए, वाहन चलाते हुए और यहां तक कि विवाह समारोहों के दौरान नाचते हुए भी अचानक हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ताजा मामला आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले का है, जहां सिनेमा हॉल में एक शख्स की जेम्स कैमरून की फिल्म अवतार 2 देखने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, वह अपने भाई के साथ सिनेमा देखने गया था और फिल्म देखते-देखते अचानक गिर गया और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया.
एक अध्ययन के अनुसार, इसकी वजह ये है कि तनावपूर्ण दृश्यों वाली फिल्में देखने से दिल की धड़कन के पैटर्न में बदलाव आ सकता है. लेकिन क्या यह अचानक कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है? इस बारे में क्या है डॉक्टरों की राय? जानिए-
क्यों होता है अचानक कार्डिएक अरेस्ट
"हार्ट अटैक से कार्डियक अरेस्ट हो सकता है और रोगी की अचानक कार्डियक डेथ भी हो सकती है. दिल का दौरा धमनियों में रुकावट के कारण हो सकता है, खासकर जब उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, शुगर की बीमारी, ज्यादा धूम्रपान, मोटापा या आनुवंशिकी जैसे मुद्दे हों, दूसरे कि जब आप किसी एक्सरसाइज के आदी नहीं होते हैं और अचानक से एक्सरसाइज रूटीन अपना लेते हैं जैसे कि आप कुछ वेट लिफ्टिंग आदि करते हैं तो आप अचानक से गिर सकते हैं. खासकर कोविड के बाद हमारी रक्त वाहिकाओं में सूजन की वजह से भी ऐसा हो सकता है..
नोएडा के फोर्टिस अस्पताल के निदेशक और एचओडी - कार्डियोलॉजी, डॉ संजीव गेरा कहते हैं, " तनाव के कारण, ब्लड प्रेशर बढ़ जाना जैसा कि इस मामले में, जिसमें फिल्म देखते हुए शख्स को कार्डियक अरेस्ट हुआ होगा, इसमें दिल की धमनियां फट सकती हैं और इससे अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है और मौत हो सकती है."
अचानक पड़ सकता है दिल का दौरा
डॉ गेरा ने कहा "जब आपमें रिस्क फैक्टर होते हैं, तो ये सभी चीजें दिल की धमनियों में छोटे अवरोधों के विकास का कारण बन सकती हैं जो तनावपूर्ण परिस्थितियों में टूट सकती हैं और दिल का दौरा पड़ सकता है. कार्डिएक अरेस्ट दिल के दौरे कारण भी हो सकता है. कुछ आनुवंशिक स्थितियां भी हैं जो इसका कारण बन सकती हैं. जब भी तेज तनाव, मानसिक तनाव, शारीरिक तनाव होता है तो यह लयबद्ध गड़बड़ी पैदा कर सकता है और अचानक दिल का दौरा पड़ सकता है. कोरोनरी डिसेक्शन नामक एक स्थिति है. जिसमें हृदय को आपूर्ति करने वाली धमनियां अचानक टूट सकती हैं या फट सकती हैं जो दिल के दौरे का कारण बन सकती हैं और अचानक कार्डियक अरेस्ट मौत का कारण बन सकता है."
अचानक हार्ट अटैक से मौत के अन्य कारण
एस्टर सीएमआई अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट - इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. प्रदीप कुमार ने कहा, "जब एक मरीज की अचानक मृत्यु हो जाती है, तो इसका सबसे आम कारण एक इकाई है जिसे अचानक कार्डियक डेथ कहा जाता है. इसकी परिभाषा इस तरह से दे सकते हैं कि अचानक कार्डियक अरेस्ट से मौत के लक्षणों की शुरुआत 1 घंटे के भीतर होती है.
डॉ. कुमार ने कहा कि अचानक मौत के अन्य कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म, बड़े इंट्राक्रैनील ब्लीड हो सकते हैं. महाधमनी विच्छेदन या टूटना एक अन्य कारण है. इस सबसे संभावित कारण वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया / फाइब्रिलेशन के साथ दिल का दौरा होगा, जिससे मृत्यु हो जाएगी. जिन्हें पहले से हार्ट की समस्या है ऐसे लोग अत्यधिक तनाव / उत्तेजना के कारण अचानक मर सकते हैं. यह हो सकता है कोरोनरी में पट्टिका के फटने या उत्तेजना के कारण ट्रिगर होने के कारण इस प्रकार की मौतें रोमांचक मैचों/भावनात्मक स्थितियों के दौरान होती हैं.
गलत जीवनशैली, जेनेटिक प्रवृति
“दुर्भाग्य से, हमारे देश में कई युवा लोगों को दिल का दौरा पड़ रहा है, जिस पर किसी का ध्यान नहीं जाता है. भारत में हर साल मामले बढ़ रहे हैं. पिछले 2 महीनों में ही हार्ट अटैक के मामले 15% से 20% तक बढ़ गए हैं. कम उम्र में दिल के दौरे के पीछे के कारण मधुमेह, गतिहीन जीवन शैली, वायु प्रदूषण, तनाव, भारी कसरत, स्टेरॉयड लेना आदि हैं. उसमें जीन का भी कारण है जिसमें परिवर्तन भी भारतीयों को दिल के दौरे के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है.
कोविड के दौरान भी कई युवाओं की मौत दिल के दौरे से हुई क्योंकि कोविड की वजह से फेफड़ों में सूजन की भी शिकायत हो रही है. भले ही आपमें कोई लक्षण न हों, फिर भी आपको मधुमेह और रक्तचाप की नियमित जांच अवश्य करानी चाहिए. ऐसे समय में जब शुगर या बीपी हाई हो तो आपको पता ही नहीं चलता, शुरू में ये दोनों चीजें कोई पूर्व लक्षण नहीं देतीं. अपने दिल के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए, आपको स्ट्रेस टेस्ट, 2डी इको, कोलेस्ट्रॉल और ईसीजी की जांच करानी चाहिए."