नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के लापता छात्र नजीब अहमद के परिवार वालों को कथित रूप से फिरौती के लिए फोन कॉल करने को लेकर गिरफ्तार किए गए शख्स से रविवार को पुलिस ने काफी देर तक पूछताछ की. आरोपी ने कथित रूप से नजीब को छोड़ने के लिए घरवालों से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी.
हालांकि, नजीब के घरवालों ने फिरौती के लिए फोन आने की बात से कल इनकार किया था, लापता छात्र की एक रिश्तेदार सदफ मुशर्रफ ने रविवार को दावा किया कि उसके पिता को 15 जनवरी के आसपास ऐसा फोन कॉल आया था और पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गयी थी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी शमीम (19) ने 18 साल से कम की उम्र में एक हत्या की थी और इसके लिए पांच महीने सुधार गृह में रहा था. पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और वह सिम कार्ड जब्त किया है जिसका उसने इस्तेमाल उसने कथित रूप से फिरौती का कॉल करने के लिए किया था. अधिकारी ने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि क्या उसने केवल आसानी से पैसे कमाने के लिए ऐसा किया या उसका कोई छिपा हुआ मकसद है.