Mangaluru Blast Case: मंगलुरु ऑटो ब्लास्ट का वीडियो आया सामने, संदिग्ध के घर की ली गई तलाशी
Karnataka News: मंगलुरु में ऑटो रिक्शा में हुए ब्लास्ट की जांच में ये भी सामने आया है कि ये किसी आतंकी संगठन का काम है. संदिग्ध के घर से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है.
Mangaluru Blast Case: कर्नाटक (Karnataka) के मंगलुरु में ऑटो रिक्शा के अंदर हुए ब्लास्ट (Auto Blast) की एक वीडियो सामने आई है. ऑटो में लगी को आग बुझने के बाद मोबाइल से ये वीडियो बनाया गया है. कुकर बम लाने वाले संदिग्ध का वीडियो भी सामने आया है. ऑटो रिक्शा में सवार यात्री के पास से बैटरी, तार और सर्किट वाला कुकर बरामद हुआ है. 19 नवंबर को मंगलुरु में हुए इस ऑटो ब्लास्ट में चालक समेत घायल हुए यात्री का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इस मामले की पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि ये किसी आतंकी संगठन का काम है. कर्नाटक के डीजीपी ने पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलुरु में ऑटो में विस्फोट दुर्घटनावश नहीं हुआ बल्कि गंभीर क्षति पहुंचाने के इरादे से की गई आतंक घटना है. कर्नाटक पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के साथ इसकी गहन जांच कर रही है.
आरोपी के घर की तलाशी ली
मैसूर सिटी पुलिस ने रविवार (20 नवंबर) को मंगलुरु विस्फोट मामले में आरोपी के घर की तलाशी ली और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है. पुलिस थाने के पास एक ऑटो रिक्शा में शनिवार शाम को ये विस्फोट हुआ था, जिसमें यात्री और चालक घायल हो गए थे. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
.@DgpKarnataka confirms that the Mangalore auto blast is not accidental but an ACT OF TERROR with intention to cause serious damage. Karnataka State Police is probing deep into it along with central agencies. pic.twitter.com/NTJVvlsnn3
— Pinky Rajpurohit (ABP News) 🇮🇳 (@Madrassan_Pinky) November 20, 2022
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का बयान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस मामले को लेकर रविवार को कहा कि मंगलुरु में कथित तौर पर बम विस्फोट करने वाले संदिग्ध के आतंकी संबंध थे क्योंकि वह पड़ोसी तमिलनाडु के कोयंबटूर सहित विभिन्न स्थानों पर गया था. मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह एलईडी से जुड़ा उपकरण था.
संदिग्ध अस्पताल में भर्ती
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि जब संदिग्ध का घर खंगाला गया, तो यह स्पष्ट हो गया कि मौके से मिले आधार कार्ड में उल्लेखित नाम उस व्यक्ति से अलग था जो उसे रखे हुए था. संदिग्ध के पास एक डुप्लिकेट आधार कार्ड था. उसमें हुबली का पता था. एनआईए (NIA) और आईबी (IB) के अधिकारी भी मामले की जांच में राज्य पुलिस के साथ शामिल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि संदिग्ध अस्पताल में है. उसके होश में आने के बाद, आगे की जांच की जाएगी.
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