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'बीजेपी के पहले पीएम थे नरसिम्हा राव', कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने क्यों कही ये बात?
Mani Shankar Aiyar: कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मेमोअर्स ऑफ ए मैवरिक किताब लिखी है. यह किताब उनके राजनीतिक जीवन के संस्मरणों पर आधारित है जिसमें उन्होंने कांग्रेस से जुड़े कई अहम खुलासे किए हैं.
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Mani Shankar Aiyar On Narasimha Rao: यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव पर तंज कसा है. उन्होंने अपनी किताब मेमोअर्स ऑफ ए मैवरिक के विमोचन पर कहा, 'नरसिम्हा राव देश के पहले बीजेपी पीएम थे'.
अपनी किताब के विमोचन पर हो रही चर्चा में बोलते हुए अय्यर ने कहा, नरसिम्हा राव सांप्रदायिक और हिंदूत्व की ओर झुके हुए नेता थे. इस दौरान अय्यर ने नरसिम्हा राव के साथ अपनी बातचीत का भी जिक्र किया.
मणिशंकर अय्यर और नरसिम्हा राव के बीच क्या बातचीत हुई?
मणिशंकर अय्यर ने बताया कि एक बार अय्यर पीवी नरसिम्हा राव के साथ राम-रहीम यात्रा निकाल रहे थे. उस दौरान राव ने उनसे कहा, उन्हें उनकी यात्रा से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सेक्यूलर होने की उनकी परिभाषा से उनको आपत्ति थी. अय्यर कहते हैं कि जब मैंने उनसे पूछा कि मेरी परिभाषा में क्या दिक्कत है. उन्होंने कहा कि मणि तुम समझ नहीं रहे कि ये एक हिंदू देश है. मैं कुर्सी पर बैठ गया और उनसे कहा कि बीजेपी भी ऐसा ही कहती है.
अय्यर की आत्मकथा ‘‘मेमोयर्स ऑफ अ मैवरिक - द फर्स्ट फिफ्टी ईयर्स (1941-1991)’’ सोमवार को बाजार में आयी थी. जगरनॉट बुक्स द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में अय्यर के दून स्कूल से लेकर सेंट स्टीफंस कॉलेज और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय तक तथा एक शीर्ष राजनयिक से लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी सहयोगी तक के सफर को कलमबद्ध किया गया है.
किताब के विमोचन पर मौजूद थीं सोनिया गांधी
यहां किताब के औपचारिक विमोचन पर वरिष्ठ पत्रकार वीर सांघवी के साथ बातचीत में अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से अपने रिश्ते से लेकर दिसंबर 1978 से जनवरी 1982 के बीच कराची में महावाणिज्यदूत के अपने कार्यकाल के बारे में चर्चा की. इस मौके पर कांग्रेस नेता और राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं.
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