(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Manipur Attack: मणिपुर में सेना के काफिले पर हमला, उग्रवादी संगठन PLA और PMNPF ने ली जिम्मेदारी
Manipur Attack: पिछले 6 सालों में मणिपुर में म्यांमार बॉर्डर के करीब ये दूसरा बड़ा हमला है. 2015 में चूराचांदपुर में सेना की डोगरा रेजीमेंट के एक काफिले पर हमला किया गया था. जिसमें 19 सैनिक शहीद हुए.
Manipur Attack: मणिपुर में सेना के जवानों पर उग्रवादी हमले के खिलाफ देशभर में गुस्सा है. इस हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर मेजर विप्लव त्रिपाठी समेत पांच जवान शहीद हो गए. यही नहीं उग्रवादियों ने मेजर विप्लव के साथ मौजूद उनकी पत्नी और 8 साल के मासूम बेटे को भी गोलियों से छलनी कर दिया. इस हमले की जिम्मेदारी उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (PMNPF) ने ली है.
परिवार के साथ बटालियन हेडक्वार्टर लौट रहे थे कर्नल विपल्व
म्यांमार से सटे मणिपुर के चूराचांदपुर जिले में 46 असम राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विपल्व त्रिपाठी के काफिले पर उस वक्त घात लगाकर हमला किया गया, जब ये परिवार के साथ बटालियन हेडक्वार्टर लौट रहे थे. उग्रवादियों ने पहले आईईडी बलास्ट किया और फिर काफिले में चल रही गाड़ियों पर अधांधुंध फायरिंग कर दी. हमले की प्लानिंग इतनी पुख्ता थी कि किसी को संभालने का मौका नहीं मिला. मेजर विपल्व त्रिपाठी, इनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी और आठ साल के बेटे आशीष ने मौके पर ही दम तो़ड़ दिया.
इस हमले में मेजर और इनके परिवार के अलावा राइफलमैन सुमन स्वर्गियारी, खतनई कोनयक, आर पी मीणा, श्यामल दास में शहीद हो गए. 46 एआर बटालियन के सीओ, कर्नल विपल्व त्रिपाठी इसी साल मई के महीने में मणिपुर में तैनात हुए थे. इससे पहले वे दो सालों तक मिजोरम में अपना बटालियन के साथ तैनात थे. मिजोरम में स्थानीय युवाओं को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए कई कार्यक्रम किए थे, जिसके लिए मिजोरम के गर्वनर ने उन्हें सम्मानित किया था.
परिवार पर टूट पड़ा है गमों का आसमान
असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे. उनका जन्म 1980 में हुआ था. उन्होंने सैनिक स्कूल रीवा में पढ़ाई की थी. असम राइफल्स में लेफ्टिनेंट कमांडेंड रहे त्रिपाठी को डिफेंस स्टडी में M.Sc. करने के बाद प्रोमोशन मिला था. इनके छोटे भाई का नाम अनिल त्रिपाठी है. वे सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं. उनके दादा डॉ. किशोरी मोहन त्रिपाठी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. अब परिवार पर गमों का आसमान टूट पड़ा है.
पीएम मोदी ने जताया दुख
मणिपुर हमले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम राजनेताओं ने घटना पर गहरा शोक जताया है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘’मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं उन सैनिकों और परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं, जो आज शहीद हुए हैं. उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.’’
Strongly condemn the attack on the Assam Rifles convoy in Manipur. I pay homage to those soldiers and family members who have been martyred today. Their sacrifice will never be forgotten. My thoughts are with the bereaved families in this hour of sadness.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2021
बता दें कि पिछले छह सालों में मणिपुर में म्यांमार बॉर्डर के करीब ये दूसरा बड़ा हमला है. साल 2015 में चूराचांदपुर में ही सेना की डोगरा रेजीमेंट की एक काफिले पर बड़ा हमला किया गया था जिसमें 19 सैनिक शहीद हुए.