मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022: राजनीति में पिछड़ रहीं मणिपुर की महिलाएं, 265 प्रत्याशियों में केवल 17 महिलाओं को मिला टिकट
Manipur Assembly Election 2022: बड़े दलों की बात करें तो देश की दो बड़ी पार्टी कांग्रेस और BJP में राज्य में तीन महिला उम्मीदवार उतारे हैं
मणिपुर विधानसभा चुनाव (Manipur Assembly Election) नजदीक आ गया है. इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी अभियान तेज कर दिया है. पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में 60 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में चुनाव होंगे. इस बार मणिपुर में कुल 265 प्रत्याशी हैं, लेकिन इन प्रत्याशियों में केवल 17 महिलाएं हैं. यह स्थिति तब है जब यहां के 10.57 लाख मतदाता महिला और 9.90 लाख पुरुष हैं.
किसी भी बड़े सामाजिक आंदोलनों से लेकर छोटे छोटे मुद्दों पर मुखर रहने वाले महिलाओं को राजनीति में उपयुक्त प्रतिनिधित्व नहीं मिलना या राजनीति में महिलाओं को कम आंका जाना चिंताजनक कहा जा रहा है. माना जाता है कि किसी भी राज्य में जबतक 33 प्रतिशत सीट महिलाओं की ना हो तबतक हालात नहीं सुधरेंगे.
दो बड़ी पार्टी में तीन महिला उम्मीदवार
बड़े दलों की बात करें तो देश की दो बड़ी पार्टी कांग्रेस और BJP में राज्य में तीन महिला उम्मीदवार उतारे हैं जबकि राकांपा व नेशनल पीपल्स पार्टी ने भी दो-दो व जनता दल यूनाइटेड ने महज एक महिला प्रत्याशी को टिकट दिया है. बीजेपी की मणिपुर इकाई की अध्यक्ष शारदा देवी ने इस समस्या पर बात करते हुए कहा कि ये सभी जानते है कि पूर्वोत्तर राज्यों में हर काम में महिलाओं की प्रमुखता होती है. लेकिन ये दुखद है कि राजनीति में महिलाएं काफी पीछे हैं. यहां महिलाओं को आगे नहीं बढ़ाया जाता है. इसका एक कारण ये है कि समाज महिलाओं का राजनीति में आना अच्छा नहीं मानता.
महिलाओं का पुरुषों से टिकट छीनना बहुत मुश्किल
इस मामले पर कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एके मीराबाई देवी का कहना है कि हमारे देश में महिलाओं का पुरुषों से टिकट छीनना बहुत मुश्किल है. जब महिला और पुरुष की बात आती है तो जनता भी पुरुष को ही प्रतिनिधित्व करने का मौका देना चाहती है. कम से कम 33 प्रतिशत आरक्षण के बिना महिला विधायकों की संख्या विधानसभा में बहुत कम ही रहेगी चुनाव प्रक्रिया में विभिन्न स्तर पर पुरुषों का वर्चस्व है.
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