Manipur Terror Attack: मणिपुर में शनिवार को घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स की एक बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर (CO) समेत पांच जवानों की मौत हो गई है. इस हमले में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और उनके बेटे की भी मौत हो गई है. इसके अलावा कुछ जवान घायल भी हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने दुख जताते हुए इस हमले की निंदा की है.
राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, "मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुआ कायर्तापूर्ण हमला बेहद दर्दनाक और निंदनीय है. देश ने सीओ 46 एआर समेत पांच बहादुर जवानों और दो परिवार के सदस्यों को खो दिया है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. जल्द ही दोषियों को के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवानों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मणिपुर में असम राइफल्स के दस्ते पर हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं. इसमें शहीद हुए जवानों और परिवार के सदस्यों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदानाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है.’’
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने सोशल मीडिया कू पर लिखा, "मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं. असम राइफल्स के वीरों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है."
किसी ने नहीं ली है हमले की ज़िम्मेदारी
यह घटना म्यांमार सीमा से लगे चुराचांदपुर जिले में हुई है. अभी तक किसी उग्रवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. कथित तौर पर उग्रवादियों ने सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे एक काफिले पर हमला किया. सेना के सूत्रों के अनुसार, काफिले में त्वरित प्रतिक्रिया दल के साथ अधिकारी के परिवार के सदस्य भी थे.
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘46 एआर के काफिले पर आज हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं जिसमें सीओ और उनके परिवार सहित कुछ जवानों की मौत हो गई है... राज्य बल और अर्धसैनिक उग्रवादियों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रहे हैं. अपराधियों को न्याय की जद में लाया जाएगा.’’