NRC In Manipur: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार (31 मार्च) को बड़ा ऐलान किया है. सिंह ने बताया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर एनआरसी को राज्य में पेश करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि एनआरसी को पेश करने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मणिपुर के इंफाल में सम्मेलन के दौरान कहा कि एनआरसी केवल राज्य सरकार से ही पेश नहीं किया जा सकता है, इसके लिए केंद्र की भी मंजूरी चाहिए होती है. 


सीएम सिंह ने मणिपुर राज्य जनसंख्या आयोग (MSPC) के बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही मणिपुर राज्य जनसंख्या आयोग का गठन कर दिया है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि राज्य में अप्रवासी लोगों की पहचान करेगा. सिंह ने कहा हमने एमएसपीसी (MSPC) सदस्यों की नियुक्ति कर ली है. उन्होंने बताया कि राज्य पहले ही इसका गठन कर चुकी है और इसके माध्यम से राज्यों में अप्रवासियों की पहचान की जाएगी. सिंह ने बताया कि राज्य में बसे अवैध अप्रवासियों की पहचान नियुक्ति किए गए सदस्य घर-घर जाकर सर्वेक्षण के आधार पर जाकर करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण जल्द शुरू होने जा रहा है.


एनआरसी मांग को लेकर की रैली
मणिपुर में इससे पहले 29 मार्च को तीन इमा कैथल (सभी-महिला बाजार) की महिलाओं और सिक्स स्टूडेंट बॉडी के सदस्यों ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लागू करने की मांग को लेकर रैली की. इन्होंने मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर ख्वाइरामबंद कैथेल से रैली निकाली. विभिन्न नागरिक समाज संगठन, विशेष रूप से स्टूडेंट बॉडी राज्य में अवैध अप्रवासियों की आबादी में अनियंत्रित वृद्धि की वजह से राज्य में एनआरसी की मांग कर रहे हैं.


मांग को आगे बढ़ाते हुए, सिक्स स्टूडेंट बॉडी- AMSU, MSF, DESAM, KSA, SUK और AIM ने राजधानी शहर के बीचों बीच स्थित इम्फाल के ख्वाइरामबंद कीथेल में एक प्रदर्शन किया. रैली ख्वैरामबंद कैथेल से शुरू हुई और राज्य में एनआरसी को लागू करने की मांग वाले नारों वाले बैनरों के साथ बीर टिकेंद्रजीत रियाद के साथ मुख्यमंत्री के बंगले की ओर निकली.


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