Manipur Chief Minister N. Biren Singh: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने जातीय संघर्ष के लिए राज्य के लोगों से माफी मांगे जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया. एन.बीरेन सिंह ने कहा कि उनका बयान उन नागरिकों के लिए दुख व्यक्त करने का एक ईमानदार कार्य था, जो विस्थापित और बेघर हो गए हैं. 


उन्होंने आरोप लगाया कि मणिपुर में कांग्रेस द्वारा पूर्व में किए गए पापों के कारण अशांति है. उन्होंने सस्पेंशन ऑफ समझौते पर भी सवाल उठाए हैं. 


सोशल मीडिया पर साधा निशाना


मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स'पर लिखा, "आज मैंने राज्य के लोगों से जो माफी मांगी थी वह उन लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने का एक ईमानदार कार्य था, जो विस्थापित और बेघर हो गए हैं. एक मुख्यमंत्री होने के नाते एक-दूसरे की गलतियों को माफ किए जाने और जो कुछ हुआ उसे भूल जाने की अपील थी, लेकिन इसमें भी राजनीति कर दी गई." 


मुख्यमंत्री ने कहा, "हर कोई जानता है कि अगर आज मणिपुर अशांत है तो वह कांग्रेस द्वारा पूर्व में किए गए पापों के कारण है. जैसे मणिपुर में बार-बार बर्मी शरणार्थियों को बसाना और राज्य में म्यामां स्थित उग्रवादियों के साथ राज्य में ‘सस्पेंशन ऑफ आपरेशन’ समझौते पर हस्ताक्षर करना है और यह तब हुआ था जब पी चिदंबरम भारत के गृहमंत्री थे." मुख्यमंत्री ने राज्य में हुए जातीय संघर्ष के लिए मंगलवार को माफी मांगी और सभी समुदायों से पिछली गलतियों को भूलने तथा शांतिपूर्ण व समृद्ध राज्य में एक साथ रहने की अपील की.


कांग्रेस ने उठाए सवाल


कांग्रेस ने एन.बीरेन सिंह के माफी मांगने के बाद मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य का दौरा करके यही बात क्यों नहीं कह सकते.  पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया भर की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन मणिपुर जाने से परहेज करते हैं. उन्होंने एन.बीरेन सिंह के बयान का वीडियो रि-पोस्ट करते हुए ‘एक्स’ पर कहा, "प्रधानमंत्री मणिपुर जाकर यही बात वहां क्यों नहीं कह सकते? उन्होंने चार मई, 2023 से जानबूझकर राज्य का दौरा करने से परहेज किया है, लेकिन वह देश और दुनिया भर में यात्रा कर रहे हैं."