Manipur Political Crisis: मणिपुर में सीएम एन बीरेन सिंह की मुश्किलें बढ़ी, BJP नेतृत्व से मुलाकात के लिए पहुंचे कई विधायक, क्या है वजह?
Manipur Political Crisis: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है. बीजेपी के चार विधायक उनसे नाराज होकर दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने पहुंचे हैं.
Manipur Political Crisis: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती है. विधायक करम श्याम के इस्तीफे के बाद कई विधायक दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने पहुंचे हैं. इसका समर्थन करते हुए कई नेताओं ने भी कहा कि यह अनुशासनहीनता नहीं है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बीजेपी के पदाधिकारियों के हवाले से कहा कि मणिपुर के चार विधायक दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने आए हैं. इनमें से उरीपोक सीट से एमएल खवैराकपम रघुमणि सिंह ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर कर बताया कि हम केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा से मिले हैं. इसमें कहा गया कि मैंने, करम श्याम, थोकचोम राधेश्याम सिंह और पाअनम ब्रोजन सिंह ने बॉर्डर और मणिपुर से जुड़े मुद्दों को लेकर चर्चा की है.
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी विधायक आरके आईएमओ सिंह ने कहा कि हम एक पार्टी की विचारधारा और संविधान से बंधे हैं. ऐसे में सरकार और पार्टी के कार्यक्रमों के मुताबिक ही काम करना है. कोई भी शिकायत लेकर सरकार के नेताओं, पार्टी और मंत्रियों के पास जा सकता है, लेकिन इसे मीडिया में नहीं जाना चाहिए क्योंकि ये पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई के दायरे में आता है.
यह सब ऐसे समय हो रहा है जब सोमवार (17 अप्रैल) को करम श्याम ने मणिपुर पर्यटन विभाग निगम के प्रमुख के पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी जा रही है. इसी तरह के आरोप लगाते हुए शनिवार (8 अप्रैल) को थोकचोम राधेश्याम ने मुख्यमंत्री के निजी सहायक के पद से छोड़ दे दिया था.
क्या कारण है?
इन विधायकों के अलावा कुकी जनजाति से आने वाले कई बीजेपी विधायक भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. वहीं पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह यात्रा अधिकारिक नहीं है लेकिन वो अपनी चिंताओं को जाहिर करने आए हैं. हालांकि पार्टी और राज्य सरकार के लिए ज्यादा चिंता की बात कुकी वर्ग से आने वाले विधायक की नाराजगी है क्योंकि उनका कहना है कि हमारे समाज को सरकार की नीति से निशाना बनाया जा रहा है.
साईकोट से विधायक और कुकी जनजाति से आने वाले पावोलिएंलाल हाओकिप ने हाल ही में कहा रिजर्व फॉरेस्ट एरिया से कुकी लोगों को बिना दूसरी जगहों पर रहने के लिए स्थान दिए निकाल दिया गया. राज्य के पास एक तय नीति होनी जरूरी है. बता दें कि मणिपुर विधानसभा में 10 एमएलए प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें से सात बीजेपी से हैं.
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