Manipur Violence: मणिपुर हिंसा के बाद कई जिलों में जारी कर्फ्यू के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार (8 मई) को कहा कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. मैतेई समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग के खिलाफ 3 मई को राज्य में आदिवासी आंदोलन के बाद हिंसा भड़क उठी थी.
अमित शाह ने इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान भरोसा दिया कि मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जा देने से पहले राज्य सरकार सभी स्टेकहोल्डर्स से बात करेगी. इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
सभी से चर्चा के बाद होगा फैसला- शाह
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "अदालत ने एक आदेश पारित किया है. इस पर सभी संबंधित हितधारकों के साथ चर्चा की जाएगी और मणिपुर सरकार परामर्श के बाद उचित निर्णय लेगी. किसी व्यक्ति या समूह को डरने की जरूरत नहीं है."
हिंसा में 50 से ज्यादा की मौत
3 मई को कुकी आदिवासी समुदाय ने एक विरोध मार्च का आयोजन किया था. यह मार्च हाई कोर्ट के उस आदेश के विरोध में था जिसमें राज्य सरकार को बहुसंख्यक हिंदू मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने के संबंध में केंद्र को सिफारिश भेजने को कहा गया था.
मार्च के बाद हिंसा भड़क गई थी, जिसमें गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय के लोगों के साथ झड़प हुई थी. हिंसा में अब तक 50 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोगों को हिंसाग्रस्त इलाकों से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा था. 23000 से अधिक विस्थापित वर्तमान में सेना के शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
सीएम ने दिए थे कर्फ्यू में ढील के संकेत
राज्य में हिंसा भड़कने के बाद कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था. इसके साथ ही सेना और अर्द्धसैनिक बलों को मैदान में उतारा गया था. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को सभी पार्टियों की बैठक की थी. बैठक के बाद उन्होंने देर रात कहा था कि कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार आया है. इसके साथ ही उन्होंने कर्फ्यू में ढील दिए जाने की बात भी कही थी.
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