Manipur Violence: मणिपुर में 'नाकाम' नहीं है हिंसा रोकने की सुरक्षाबलों की कोशिश! बरामद किए तस्करी कर लाए जा रहे हथियार
मणिपुर में बीते 50 दिनों से चल रही हिंसा को रोकने के लिए राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बल लगातार ऑपरेशन चलाते हुए लोगों से उनकी शांति स्थापित करने में मदद करने की अपील कर रहे हैं.
Manipur Violence: मणिपुर में बीते 50 दिनों से भी अधिक समय से हो रही हिंसा को काबू करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां कड़ी मेहनत कर रही हैं. इसी क्रम में आज उनको बड़ी सफलता हाथ लगी है. असम राइफल्स ने राज्य में हिंसा कराए जाने को लेकर भेजे गए हथियारों की एक बड़ी खेप बरामद की है.
मामले की गंभीरता को समझते हुए (सोमवार) 26 जून 2023 को सुबह 2 बजे असम राइफल्स और कोहिमा पुलिस ने एक ज्वॉइंट ऑपरेशन में दो व्हीकल्स को ट्रैक करना शुरू किया. व्हीकल को ट्रैक करते हुए उन्होंने सुबह 6 बजे ज्वॉइंट ऑपरेशन में दो पिस्तौल, चार मैग्जीन, गोला-बारूद, विस्फोटक और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की.
सेना ने की लोगों से संयम बरतने की अपील
सेना ने बताया कि यह हथियार पकड़े जाने से हिंसा के किसी अप्रत्याशित मामले में कमी आने की उम्मीद है. वहीं सेना और पुलिस लगातार हिंसाग्रस्त इलाकों में जाकर लोगों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं. सेना ने बीते दिनों लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह शांति स्थापित करने में उनकी मदद करें. सेना ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में महिला कार्यकर्ता जानबूझकर रास्तों को रोक रही हैं और उनके ऑपरेशन में बाधाएं पैदा कर रही हैं.
सेना ने इस क्रम में एक वीडियो जारी कर कहा कि इंसान होना कायर होने की निशानी नहीं है. सेना की स्पीयर्स कोर ने सोमवार (26 जून) देर रात ट्विटर पर ऐसी कुछ घटनाओं का एक वीडियो साझा किया और कहा कि इस तरह का अनुचित हस्तक्षेप सुरक्षा बलों को समय पर जरूरी कार्रवाई करने से रोकता है. सेना का यह बयान इंफाल ईस्ट जिले के इथम गांव में सेना और महिलाओं के नेतृत्व वाली भीड़ के बीच गतिरोध के दो दिन बाद आया है, जिसके कारण सुरक्षा बलों को वहां छिपे 12 उग्रवादियों को जाने देने के लिए मजबूर होना पड़ा था.
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