Anurag Thakur On Manipur Violence: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार (12 अगस्त) को कहा कि देश के पूर्वोत्तर हिस्से के प्रति बीजेपी की प्रतिबद्धता कहीं अधिक है. उन्होंने दावा किया कि हिंसाग्रस्त मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए की जा रही कोशिशें ‘अभूतपूर्व’ हैं.


सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री ठाकुर ने कहा कि मणिपुर में शांति बहाल करने की कोशिशें की जा रही हैं और विपक्ष को ‘‘आग में घी डालने का काम नहीं करना चाहिए.  ठाकुर ने कहा कि लोगों की राय नाम और भाषा के आधार पर नहीं बांटनी चाहिए.


कांग्रेस को लेकर क्या कहा?
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस के शासन में मणिपुर बम, बंद और ब्लास्ट (विस्फोट) के लिए जाना जाता था. जिसने नफरत और इस तरह की सांप्रदायिक हिंसा के बीज बोए, वह कांग्रेस है.’’


ठाकुर ने कहा, ‘‘जब मणिपुर महीनों तक बंद रहता था, हजारों लोग मारे जाते थे, पेट्रोल की कीमत एक हजार रुपये प्रति लीटर होती थी, छह महीने तक एलपीजी नहीं मिलती थी. यह स्थिति उनके (कांग्रेस) समय में थी. यहां तक कि तब ना तो प्रधानमंत्री और ना ही गृह मंत्री कभी जवाब देते थे. कांग्रेस के शासन के दौरान वे मणिपुर का दौरा नहीं करते थे. केवल गृह राज्य मंत्री सदन के पटल पर बयान देते थे.’’ 


अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?
ठाकुर ने कहा कि इसके उलट मणिपुर में हिंसा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार दिनों तक वहां रहे और 15 बैठकें कीं.  उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय वहां 23 दिनों तक रहे, जो अभूतपूर्व है. हम गंभीरता समझते हैं. उनकी ‘लुक ईस्ट’ नीति थी, हमारी ‘ऐक्ट ईस्ट’ है.’’  


मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने और उनका यौन उत्पीड़न किए जाने की घटना का जिक्र करते हुए ठाकुर ने कहा, ‘‘मणिपुर में जो भी हुआ, बुरा हुआ और वह माफी देने योग्य नहीं है.’’  हालांकि, उन्होंने कांग्रेस शासित राजस्थान और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शासित पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में महिलाओं के प्रति हिंसा की घटनाओं को भी रेखांकित किया.


 ठाकुर ने सवाल किया, ‘‘वे मणिपुर और राजस्थान की महिलाओं में कैसे भेदभाव कर सकते हैं? वे बंगाल और मणिपुर की महिलाओं में कैसे अंतर कर सकते हैं?’’ 


राहुल गांधी का किया जिक्र
अनुगाग ठाकुर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए सवाल किया कि वह क्यों नहीं राजस्थान के भिलवाड़ा गए, जहां पर एक नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई, जबकि उन्होंने मणिपुर का दौरा किया. 


विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' का सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर ठाकुर ने सवाल किया कि राहुल गांधी क्यों नहीं सदन में थे, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहस का जवाब दे रहे थे. 


उन्होंने कहा, ‘‘क्या विपक्ष को उनके भाषण के दौरान नहीं रहना चाहिए था? नहीं, ऐसा नहीं हो सकता कि आप सवाल उठाएं और वहां मौजूद नहीं रहें. विपक्षी सदस्य होने के नाते राहुल गांधी को वहां बैठना चाहिए था. वह आए और 10 मिनट तक बोले, फिर राजस्थान के बांसवाड़ा चले गए. भिलवाड़ा नजदीक ही है, क्या आप उसके (जिस लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई) घर गए? नहीं.’’  


एमके स्टालिन से किए ये सवाल
डीएमके के अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के ब्रिटिश शासन के दौरान बने फौजदारी कानूनों के स्थान पर लोकसभा में लाए गए विधेयक का हिंदी में नाम रखने पर आपत्ति जताए जाने पर ठाकुर ने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री केंद्र की जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं के लिए अलग राय रखते हैं.


उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह किस तरह की राजनीति है?  नये विधेयक का मकसद आम लोगों के लिए शीघ्र न्याय सुनिश्चित करना है.


ठाकुर ने कहा, ‘‘लोगों की राय को भाषा के आधार बांटने के बजाय यह देखना चाहिए कि विधेयक से किस तरह से न्याय मिलेगा.’’  इससे पहले, ठाकुर ने यूनिसेफ में संयुक्त राष्ट्र भारत, युवा और युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘इम्पैक्ट विथ यूथ कॉन्क्लेव’ को संबोधित किया. 


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