Manipur Violence: मणिपुर को तोड़ने की कोशिश में जुटी कई ताकतें, सीएम बीरेन सिंह का लोगों से एकजुट होने का आह्वान
Manipur Violence: मणिपुर में हालात सामान्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने समाज के सभी वर्गों को एकजुट रहने का आह्वान किया है. कुछ 'ताकतें' राज्य को विघटित करने की कोशिश कर रही हैं.
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Manipur CM N Biren Calls for Unity: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N Biren Singh) ने सोमवार को कहा कि राज्य की मौजूदा स्थिति का समाधान खोजने के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट रहना चाहिए. यहां एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ 'ताकतें' राज्य को विघटित करने की कोशिश कर रही हैं लेकिन लोगों को एकजुट रहना चाहिए.
सिंह ने कहा, ''राजनीतिक मतभेदों को राजनीतिक ही रहने दें लेकिन जब मुद्दा राष्ट्रीय या राज्य की एकता का हो तो सभी मतभेदों को खारिज कर दिया जाना चाहिए. यह आपस में झगड़ने का समय नहीं है.''
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी रचनात्मक आलोचनाओं, सलाहों और सुझावों का स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य की एकता पर कोई खतरा या यहां रहने वाले करीब 34 समुदायों के विघटन की इजाजत नहीं दे सकती. राज्य सरकार और केंद्र पर मई से राज्य को तबाह कर रही जातीय हिंसा से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया जा रहा है.
अलग प्रशासन की मांग कर रहे कुकी-जो समूह
उन्होंने कहा कि मणिपुर के कुकी-जो समूह आदिवासी क्षेत्रों के लिए एक अलग प्रशासन की मांग कर रहे हैं.
मणिपुर में भड़की हिंसा में अब तक 180 की मौत
अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतई समुदाय की मांग के विरोध में मई में पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद भड़की हिंसा के बाद से 180 से अधिक लोग मारे गए हैं.
कुकी संगठन 29 नवंबर को निकालेंगे राष्ट्रव्यापी रैलियां
इस बीच देखा जाए तो मणिपुर के सबसे बड़े नगा समुदाय 'तांगखुल नगा' के कई प्रमुख संगठनों ने सोमवार (27 नवंबर) को कहा कि वे मौजूदा संघर्षों को लेकर अपने क्षेत्रों में किसी भी रैली या आंदोलन की अनुमति नहीं देंगे. यह कदम मणिपुर में अलग प्रशासन की मांग को लेकर कुकी संगठनों के 29 नवंबर को राष्ट्रव्यापी रैलियों के आह्वान के मद्देनजर उठाया गया है. इनमें उखरूल की रैली भी शामिल है.
प्रमुख संगठनों ने दी अनुचित स्थिति बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी
वहीं, एक संयुक्त बयान में, तांगखुल कटमनाओ सकलोंग, तांगखुल नगा वुंगनाओ लांग, तांगखुल मयार नगाला लांग और तांगखुल शानाओ लांग ने कहा कि वे ''सभी समुदायों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए खड़े हैं और मौजूदा सांप्रदायिक संकट में तटस्थता के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध हैं.'' प्रमुख संगठनों ने चेतावनी भी दी कि किसी भी अनुचित स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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