Manipur Violence Update: मणिपुर में जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार (3 जुलाई) को अहम बैठक की. उन्होंने राज्य की मौजूदा स्थिति से संबंधित महत्वपूर्ण सुरक्षा मामलों पर चर्चा करने के लिए सीएम ऑफिस में संयुक्त मुख्यालय (CHQ) के अधिकारियों के साथ यह बैठक की.
मणिपुर सीएम एन बीरेन ने बताया कि राज्य में हिंसा को तत्काल रूप से रोकने के लिए कुछ जरूरी फैसले लिए गए हैं. जिसमें एक अहम फैसला ये है कि 5 जुलाई से पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक के स्कूल खुलेंगे. बैठक में राज्य सरकार से लेकर भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
अतिरिक्त राज्य बल की तैनाती
सीएम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहाड़ी और घाटी जिलों में स्थापित बंकरों को हटा दिया जाएगा. वहीं, मेइती और कुकी दोनों समुदायों के किसानों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए जा रहा है ताकि खेती किसानी की गतिविधियां शुरू हो सकें.
अब तक कई लोगों की मौत
दरअसल, 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. पूर्वोत्तर राज्य में शांति लाने के लिए सेना और अन्य केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है, जहां जातीय समुदायों के बीच दो महीने से जारी हिंसा में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और हजारों लोग घायल हुए. बड़ी संख्या में घरों और पूजा स्थलों को नष्ट कर दिया गया.
सीएम पद से इस्तीफा देने वाले थे बीरेन सिंह
कुछ दिन पहले ही एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले थे. उन्होंने इस्तीफे की खबरों के बाद बताया था कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से काफी आहत थे. इसलिए वह ऐसा कदम उठाने जा रहे थे.
एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने बताया था कि उन्हें लगा कि वह लोगों का विश्वास खो रहे हैं लेकिन जब उन्होंने समर्थन में अपने घर के बाहर लोगों की भीड़ देखी तो अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
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