Manipur Violence: जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में सैन्यबलों की मौजूदगी के बावजूद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस बीच असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने मंगलवार (20 जून) को उन पर लगाए जा रहे कूकी उग्रवादी समूह से संबंधों के आरोपों को खारिज किया. कांग्रेस पर सियासी हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं.


हिमंता बिस्व सरमा का ये बयान असम प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर गोस्वामी के आरोपों पर आया है. गोस्वामी ने आरोप लगाया था कि कूकी उग्रवादियों के एक समूह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है कि 2017 के मणिपुर विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी की मदद की थी.


हिमंता बिस्व सरमा ने आरोपों को बताया आधारहीन
असम के सीएम की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हाल ही में सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मणिपुर के कुछ भूमिगत नेताओं के साथ संबंधों के कुछ आधारहीन आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि ये दोहराया जाता है कि ऐसे किसी भी तत्व से हमारा संबंध नहीं है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मीरा बोरठाकुर गोस्वामी ने इस आरोप से संबंधित एक ज्ञापन राज्य के डीजीपी को दिया है, जिसमें मांग की गई है कि इन आरोपों की गहराई से जांच की जाएं.


इंडिया टुडे एनई (नॉर्थ ईस्‍ट) की रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड कूकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के चेयरमैन एसएस हाओकिप ने 2019 में अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें दावा किया गया कि हिमंता बिस्व सरमा और राममाधव ने 2017 के मणिपुर चुनाव में कुछ कूकी समूहों से मदद ली. उस समय सरमा और माधव ही उत्तर-पूर्वी राज्यों का काम देख रहे थे.


किस कूकी उग्रवादी ने लिखा था पत्र?
हाओकिप ने अमित शाह को लिखे इस पत्र में उसके खिलाफ चल रहे हथियारों की खरीद के एक मामले से नाम हटाने की मांग की थी. बागी नेता ने इसके लिए अतीत में की गई मदद का हवाला दिया. यूकेएलएफ एक हथियारबंद संगठन है, जिसके साथ सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन समझौता हुआ है.


हिमंता बिस्व सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये समझौता 2008 में कूकी, जोमी और हमार समुदायों के साथ किया गया था, जब कांग्रेस सत्ता में थी. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर चलाई जा रही अपील एक समूह के चेयरमैन का लिखा पत्र है, जो 2018 के एक हथियार खरीद मामले से जुड़ा है. ये अपील उसने खुद को बचाने के लिए की है. इसे किसी से जोड़ना आधारहीन है.


कांग्रेस ने की असम के सीएम की गिरफ्तारी की मांग
असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोराह ने मांग की थी कि कूकी उग्रवादियों की मदद लेने के लिए हिमंता बिस्व सरमा को एनएसए के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया जाना चाहिए. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सरमा ने मणिपुर के दौरे पर 11 जून को कूकी समुदाय के कुछ उग्रवादी संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी.


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