Manipur Violence: 'मुझे पीड़िता ने बताया पुलिस के सामने किया गया रेप', मणिपुर से लौटने के बाद बोलीं कांग्रेस सांसद
Opposition MP Manipur Visit: मणिपुर हिंसा के मुद्दे को लेकर संसद में लगातार हंगामा हो रहा है. जमीनी हालातों का जायजा लेने के लिए विपक्षी सांसदों का दल मणिपुर के दौरे पर गया था.
Manipur Violence Update: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर का दौरा करने के बाद रविवार (30 जुलाई) को वापस दिल्ली लौट आया. विपक्षी सांसदों ने मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा किया और लोगों से बात की. दिल्ली लौटने के बाद कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम (Phulodevi Netam) ने मणिपुर पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है.
फूलोदेवी नेताम ने कहा कि दो लड़कियों के साथ रेप हुआ. पीड़ितों ने मुझे बताया कि उनके साथ पुलिस के सामने बलात्कार हुआ, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. किसी को भी इतना बेशर्म नहीं होना चाहिए. हम मांग करते हैं वहां जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल की जानी चाहिए.
"सदन के सामने पेश करेंगे रिपोर्ट"
उन्होंने आगे कहा कि हम एक प्रामाणिक रिपोर्ट बनाएंगे और इसे सदन के सामने पेश करेंगे. हम मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री को मणिपुर पर चर्चा के लिए संसद में आना चाहिए. सदन के पटल की रणनीति पर चर्चा करने के लिए गठबंधन के नेता कल सुबह 9.30 बजे संसद बैठक करेंगे.
#WATCH | After returning from Manipur, Congress MP Phulodevi Netam says, "...Two girls were raped. The victims told me that they were raped before the Police. But the Government is not taking any action. No one should be this shameless. We demand that normalcy should be restored… pic.twitter.com/j0WAZfaOAp
— ANI (@ANI) July 30, 2023
"हिंसा अभी भी जारी है"
मणिपुर से लौटने के बाद झामुमो सांसद महुआ माजी ने कहा कि वहां दोनों समुदाय के लोग परेशान हैं. हिंसा अभी भी जारी है. राज्यपाल ने हमसे पहल करने और समाधान निकालने को कहा. वह खुद को असहाय महसूस कर रही हैं. कल संसद में हमारी बैठक होगी जिसके बाद हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे.
विपक्षी सांसदों गए थे मणिपुर के दौरे पर
विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए शनिवार को मणिपुर पहुंचा था और हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की थी. दो दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रतिनिधिमंडल इंफाल के अलावा बिष्णुपुर जिले के मोइरांग और चुराचांदपुर में कई राहत शिविरों में गया और जातीय संघर्ष से प्रभावित लोगों से मुलाकात की.
तीन मई को भड़की थी हिंसा
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतई समुदाय की मांग के विरोध में बीती तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान हिंसा भड़क गई थी. जिसमें अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस मुद्दे को लेकर संसद में लगातार हंगामा हो रहा है.
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