Manipur Governor Anusuiya Uikey Peace Message: मणिपुर जातीय हिंसा को लेकर राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने लोगों से राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने की अपील की है. राज्यपाल ने मणिपुर के लोगों को दिए गए एक संदेश में कहा कि वे करीब दो महीने से जारी दो समुदायों के बीच जातीय संघर्ष से बेहद हैरान और निराश है.
अनुसुइया उइके ने कहा, "मैं जाति, पंथ और धर्म से ऊपर उठकर सभी से सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से समस्या को हल करने के लिए अपना पूरा सहयोग देने की अपील करती हूं, ताकि सह-अस्तित्व की हमारी सदियों पुरानी परंपरा को बनाए रखा जा सके."
'अर्थव्यवस्था की रीढ़ पर पड़ा प्रभाव' -राज्यपाल
मणिपुर की राज्यपाल ने कहा, "मैं 3 मई को दो समुदायों के बीच हुए अभूतपूर्व जातीय संघर्ष से बेहद हैरान और निराश हूं, जो अभी भी जारी है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए. इसके अलावा, दोनों समुदायों के असंख्य घरों को आग लगा दी गई और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया. इस भयावह घटना के बाद से दोनों समुदायों के हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं और घाटी और पहाड़ी दोनों जिलों के कई राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं."
उन्होंने कहा कि वो ऐसे अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा करती है. अनुसुइया उइके ने कहा, "इन अविश्वसनीय घटनाओं के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ धान की खेती की गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, क्योंकि किसान बिना किसी डर के अपने-अपने खेतों में काम करने की स्थिति में नहीं हैं."
'शांतिपूर्ण बातचीत से किया जाना चाहिए हल'
राज्यपाल ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह के अमानवीय कृत्यों का युवाओं, विशेषकर बच्चों, जो राज्य के भविष्य के स्तंभ हैं, उनपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा,"मैं तहे दिल से आप सभी से, विशेषकर माताओं और बहनों से अपील करती हूं कि वे सड़कों पर सुरक्षा बलों को रोकने से बचें, क्योंकि वे राज्य के लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं."
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हर किसी को आधारहीन अफवाहें फैलाने पर विश्वास नहीं करना चाहिए और हमेशा इससे बचने का प्रयास करना चाहिए. राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को बहाल करने के लिए सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है और किया जाना चाहिए. उन्होंने इस संदेश के जरिए कहा, "मणिपुर के मेरे प्यारे नागरिकों, आखिरकार, मैं एक बार फिर आपसे आने वाले दिनों और वर्षों में शांतिपूर्ण जीवन लाने की अपील करती हूं."
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