Price Hike in Manipur: मणिपुर के कुछ इलाकों से अभी भी छिट-पुट हिंसा की घटनाएं समाने आ रही हैं. हालांकि, कई इलाकों में हालात सामान्य हो रहे हैं और लोग रोजमर्रा के सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं. इस बीच राज्य में खाने-पीने के सामान की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है, जिससे हिंसाग्रस्त राज्य के लोगों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, मणिपुर में दूध का दाम 170 रुपये प्रति लीटर यानी दोगुने हो गया है. वहीं, टमाटर भी डेढ़ सौ रूपये किलो के पार कर हो गया है. दरअसल, मणिपुर में जो सामान गाड़ी से इम्फाल के रास्ते से आ जाता था वो अब मिजोरम से आ रहा है. इसके कारण यहां खाद्य सामान की कीमतों में इजाफा हो गया है.
मिजोरम से आ रहा सामान
पहले सामान को इम्फाल से चुराचांदपुर तक लाने में करीब 60 किलोमीटर का रास्ता तय करना होता था. वहीं, अब सामान मिजोरम से आ रहा है, जिससे यह दूरी बढ़कर 600 किलोमीटर हो गई. सामान आने में करीब 24 घंटे का समय लगता है. यानी मणिपुर में चीजों के मूल दाम नही बढ़े हैं, बल्कि उन्हें ले जाना का भाड़ा बढ़ा है और इसका सीधा असर बाजार में बिकने वाले मूल्य पर पड़ता है.
कई गुना महंगा हुआ सामान
इस संबंध में चुराचांदपुर के मेडिकल और रिलीफ के सह-संयोजक माऊन पाईते ने कहा कि अभी खाने का सामान और दवाइयां मिजोरम से लमका तक आ रही हैं. इसलिए उनके दाम बढ़ गए हैं. उन्होनें बताया कि जब सामान इम्फ़ाल से आता था तो दाम सामान्य हुआ करते थे, पर अब कीमतों में कई गुना हुआ है.
मूल कीमतों में नहीं हुई बढ़ोतरी
एबीपी से बात करते स्थानीय दुकानदार सूरज ने कहा कि पहले गाड़ी भाड़ा 3000 रुपये था, जो अब 30,000 रुपये हो गया है. पहले गाड़ी इम्फाल से दो घंटे में सामान लेकर आती थी और अब एक दिन ज्यादा लग रहा है और किराया भी बढ़ गए हैं. हालांकि, चीजों के मूल कीमतों में कोई अंतर नही हैं.
स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी
वहीं, बढ़ती कीमतों को लेकर स्थानीय निवासी महाऊन का कहना है किसभी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, जो टमाटर 25 रुपये मे मिल रहा था वो अब 150 रूपए में मिल रहा है. किस चीज का दाम कितना बढ़ेगा ये किसी को नहीं पता है.
एक अन्य निवासी ने ची चींग ने कहा, ' हमें बहुत दिक़्कत हो रही है. पहले जिस चीज के दाम 5 रूपए होते थे, उसके लिए अब 50 रुपये देने पड़ रहे हैं. आप सोचिए कि दूध का दाम ही 10 रूपये था जो अब 100 रुपये हो गया है.
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