(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Manipur Violence: 'कांग्रेस को थोड़ा पीछे मुड़कर देखना चाहिए', मणिपुर पर सीएम सरमा बोले- मनमोहन सिंह के दौर में...
Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. अब एक बार फिर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर पलटवार किया है.
Himanta Biswa Sarma On Manipur Violence: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना का वीडियो सामने आने के बाद से ही विपक्षी दलों और केंद्र सरकार के बीच घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस (Congress) की तरफ से लगातार पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
अब एक बार फिर से इस मुद्दे को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस अचानक मणिपुर में अत्यधिक रुचि दिखा रही है. पार्टी का थोड़ा पीछे मुड़कर देखना और राज्य में इसी तरह के संकटों पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की प्रतिक्रिया को देखना जरूरी है."
असम के सीएम का कांग्रेस पर आरोप
हिमंत बिस्वा ने कहा, "पार्टी का दोहरापन चिंताजनक है. यूपीए के कार्यकाल में मणिपुर देश की नाकाबंदी राजधानी बन गया था. 2010 से लेकर 2017 के बीच, जब कांग्रेस ने राज्य पर शासन किया, हर साल 30 दिन से लेकर 139 दिन तक नाकाबंदी होती थी."
'2011 में जब मणिपुर जल रहा था'
उन्होंने कहा, "इनमें से प्रत्येक नाकाबंदी के दौरान पेट्रोल और एलपीजी की कीमतें 240 से 1,900 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गई थीं. 2011 मणिपुर में 120 दिनों से अधिक समय तक चलने वाली सबसे खराब नाकाबंदी में से एक थी. 2011 में जब मणिपुर जल रहा था तब तत्कालीन प्रधानमंत्री और यूपीए अध्यक्ष ने उन 123 दिनों में एक शब्द भी नहीं बोला. वह निजी कंपनियों को उबारने में व्यस्त थे."
जल्द सुलझेंगे पुराने जातीय संघर्ष
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "7 दशकों के कुशासन से उत्पन्न दोष-रेखाओं को सुधारने में समय लगेगा. 2014 के बाद से मणिपुर के सामाजिक ताने-बाने में जबरदस्त सुधार हुआ है. दशकों पुराने जातीय संघर्षों को सुलझाने की ये प्रक्रिया जल्द पूरी होगी."
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