Manipur Violence: मणिपुर को लेकर कांग्रेस पर हिमंत बिस्वा सरमा का पलटवार, 'शाही परिवार का सेना के इस्तेमाल का इतिहास रहा है'
Manipur Violence Issue: मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार जारी है. अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है.
Himanta Biswa Sarma On Congress: वायनाड सांसद राहुल गांधी के इस बयान कि 'मणिपुर में देश की सेना एक दिन में स्थिति नियंत्रण में ला सकती है' पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार जारी है. ताजा बयान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का है.
दरअसल, 9 अगस्त को विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में शामिल हुए राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा था कि हिन्दुस्तान की सेना मणिपुर में एक दिन में स्थिति नियंत्रण में ला सकती है. राहुल गांधी के इस बयान को लेकर बीजेपी नेताओं ने उन्हें घेरा. हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया से कहा था कि सेना कुछ भी हल नहीं कर पाएगी, वह दी गई स्थिति में केवल अस्थायी रूप से कुछ शांति ला सकती है, लेकिन समाधान गोलियों से नहीं, दिल से लाना होगा.
इसके बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने ट्वीट (जब वह प्रधानमंत्री नहीं थे) को शेयर करते हुए पीएम और सरमा पर निशाना साधा. जिसके पलटवार में असम के सीएम ने आरोप लगाया है कि शाही परिवार का नागरिकों के खिलाफ सेना के इस्तेमाल और उन पर गोलियां बरसाने का इतिहास रहा है.
हिमंत सरमा का कांग्रेस पर पलटवार
हिमंत सरमा ने रविवार (13 अगस्त) को ट्वीट किया, ''अंदरूनी विवादों को निपटाने के लिए सेना को तैनात करना संगठन का प्राथमिक आदेश नहीं है. सेना की मुख्य जिम्मेदारी अपनी मातृभूमि को बाहरी खतरों और निश्चित रूप से छद्म युद्धों से बचाना है. हमारी आंतरिक समस्याओं का समाधान भीतर से, करुणा और समझ के माध्यम से आना चाहिए.''
इसी के साथ सीएम सरमा मे परोक्ष रूप से कांग्रेस पर हमला करते हुए ट्वीट में लिखा, ''आपके (कांग्रेस) शाही परिवार का हमारे साथी नागरिकों के खिलाफ सेना का इस्तेमाल करने और उन पर गोलियां बरसाने का इतिहास रहा है- चाहे वह आइजोल (1966) में हो या पवित्र अकाल तख्त (1984) में हो. जिसका दर्द और पीड़ा आज तक बरकार है.''
Deploying the Army to settle internal disputes is not the organisation's primary mandate. The Army’s main responsibility is to protect our motherland from external threats and, of course, from proxy wars. Solutions to our internal problems should come from within, through… https://t.co/BME7Ifk2aL pic.twitter.com/KYwKSbBEns
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 13, 2023
सरमा का वो बयान जिसे लेकर कांग्रेस ने घेरा
सीएम सरमा ने अपने बयान के वीडियो को भी ट्वीट में शेयर किया है, जिसे लेकर कांग्रेस ने उन्हें और पीएम मोदी को घेरा. वीडियो में सीएम सरमा राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहते हुए दिख रहे हैं, ''वो गलत बात है. भारतीय वायुसेना ने आइजोल में ऐसा किया. उन्होंने बम बरसाए और हिंसा कम हो गई. आज राहुल गांधी कह रहे हैं कि भारतीय सेना को हिंसा रोकनी चाहिए. इसका मतलब है कि उन्हें (सेना) नागरिकों पर गोलियां चलानी चाहिए. क्या यह उनका प्रिस्क्रिप्शन (नुस्खा) है? वह ऐसा कैसे कह सकते हैं? सेना कुछ भी हल नहीं कर पाएगी. वह दी गई स्थिति में केवल अस्थायी रूप से कुछ शांति ला सकती है, लेकिन समाधान गोलियों से नहीं, दिल से आना होगा.''
पीएम मोदी और सीएम सरमा को लेकर कांग्रेस ने क्या कहा था?
इससे पहले शनिवार (12 अगस्त) को कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से 2013 के एक ट्वीट का स्क्रीन शॉट शेयर किया गया था. तब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे. इसी के साथ कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा, ''नरेंद्र मोदी के चहेते हिमंता बिस्वा सरमा ने भारतीय सेना का अपमान किया है. हिमंता ने कहा- 'आर्मी कुछ नहीं कर सकती.' ये पहली बार नहीं जब बीजेपी नेताओं ने सेना के शौर्य और पराक्रम पर सवाल उठाए हों. खुद नरेंद्र मोदी सेना को कमजोर बता चुके हैं. देशद्रोह इनके खून में है.''
कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी वाले अकाउंट के ट्वीट का जो स्क्रीनशॉट शेयर किया, उसमें पोस्ट किया गया था, ''हम कई संकटों का सामना कर रहे हैं. क्या ये सब हमारी सेना की कमजोरी के कारण हो रहा है: नरेंद्र मोदी''