Manipur Violence: डेढ़ महीने से भी ज्यादा वक्त गुजर गया है और मणिपुर अब भी हिंसा की आग में झुलस रहा है. राज्य सरकार की हिंसा को कम करने की पूरी कोशिश कर रही है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट पर प्रतिबंध 20 जून तक बढ़ा दिया गया था.


भारत के किसी भी क्षेत्र में हिंसक घटनाओं या तनाव की स्थिति में वहां की इंटरनेट की सेवाओं को बंद कर दिया जाता है. भारत में अब तक कितनी बार इंटरनेट शटडाउन किया गया है, इससे देश को कितना नुकसान होता है और दुनिया के अन्य देशों में इसको लेकर क्या नियम हैं? आइए जानते हैं...


ग्लोबल ट्रैकर Top10VPN के डेटा के अनुसार, भारत को इंटरनेट बंद करने के कारण भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. उनके डेटा से पता चला है कि बार-बार कई जगहों पर नेट बंद करने के कारण 2023 में भारत को काफी नुकसान हुआ है. देश को सालभर में इतना नुकसान नहीं हुआ है जितना पिछे 6 महीने में हुआ. 2023 में इंटरनेट शटडाउन के कारण 25.52 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ. वही, पिछले साल 2022 में 18.43 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था. 


2019 से 2023 तक 54 देशों में इंटरनेट शटडाउन 



  • 2023 में 14 देशों में 81 इंटरनेट शटडाउन की लागत आज तक 1.72 बिलियन है. 

  • 2023 में दुनिया भर में 17,901 घंटे  इंटरनेट बैन रहा.

  • इथियोपिया इस साल इंटरनेट बैन के कारण अब तक सबसे प्रभावित देश रहा, जिसे कुल 526 मिलियन डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा. इसके बाद म्यांमार और भारत हैं.

  • 2022 में 23 देशों में 114 इंटरनेट शटडाउन की लागत 24.67 डॉलर बिलियन थी.

  • 2022 में विश्व स्तर पर इंटरनेट 50,065 घंटों के लिए बैन रहा. 

  • 2022 में रूस सबसे अधिक प्रभावित देश रहा, जिसे कुल 21.59 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. इसके बाद म्यांमार और कजाकिस्तान हैं.

  • 2021 की बात करें तो कुल 21 देशों में 50 इंटरनेट शटडाउन से 5.45 अरब डॉलर का नुकसान हुआ.

  • 2021 में इंटरनेट बैन की कुल अवधि 30,179 घंटे थी, जोकि 2020 की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक थी. 

  • 2020 में 21 देशों में 93 इंटरनेट शटडाउन की लागत 4.01 बिलियन डॉलर थी.

  • 2020 में 27,165 घंटों के लिए इंटरनेट बैन रहा. इस साल भारत सबसे अधिक प्रभावित देश रहा, जिसे कुल 2.8 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा.

  • 2019 में कुल 22 देशों में 134 बार इंटरनेट शटडाउन की लागत 8.07 बिलियन डॉलर थी.

  • 19,207 घंटों के लिए इंटरनेट बैन रहा. 2019 में सबसे अधिक प्रभावित देश इराक रहा, जिसे 2.3 बिलियन डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा. 


2021 में भारत को 4300 करोड़ रुपए का नुकसान


विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, अकेले म्यांमार में इंटरनेट शटडाउन की वजह से फरवरी-दिसंबर 2021 से लगभग 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी. वहीं, साल 2021 में भारत में इंटरनेट करीब 1,157 घंटे के लिए बंद किया गया जिसमें कुल मिलाकर 4300 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. दरअसल, जब नेट बंद रहता है तो सभी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन आदि रुक जाते हैं जिससे बड़े स्तर पर करोड़ों का नुकसान हो जाता है. 


दुनिया भर में इंटरनेट शटडाउन की निगरानी कर रहे 'कीप इट ऑन गठबंधन'  के अनुसार साल 2016-2021 तक दुनियाभर में 74 देशों में 931 शटडाउन का दस्तावेजीकरण किया गया है. साल 2016 से 2021 के दौरान 12 देश ऐसे हैं जहां से 10 से ज्यादा बार इंटरनेट सेवाएं रद्द की गईं. लेकिन अधिकांश रिपोर्ट एशिया और अफ्रीका से आई हैं.


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