Manipur Politics: एनडीए सहयोगी कुकी पीपुल्स एलायंस (केपीए) ने रविवार (6 अगस्त) को घोषणा की कि वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार से समर्थन वापस ले रही है. केपीए अध्यक्ष टोंगमांग हाओकिप ने कहा कि मणिपुर सरकार को समर्थन केवल बाहर से था.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस शर्त पर बीजेपी को समर्थन दिया था कि कुकी समुदाय के हितों की रक्षा की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हाओकिप ने मणिपुर के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा, "हम यह देखने का इंतजार कर रहे थे कि क्या (मणिपुर में) स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सकता है, लेकिन बीरेन सिंह सरकार ने कुछ नहीं किया."


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस शर्त पर बीजेपी को समर्थन दिया था कि कुकी समुदाय के हितों की रक्षा की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हाओकिप ने मणिपुर के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा, "हम यह देखने का इंतजार कर रहे थे कि क्या (मणिपुर में) स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सकता है, लेकिन बीरेन सिंह सरकार ने कुछ नहीं किया."


मैतेई उग्रवादियों को समर्थन का लगाया आरोप


केपीए अध्यक्ष ने ये आरोप लगाया कि मैतेई उग्रवादियों को मणिपुर सरकार की ओर से समर्थन दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुकी समुदाय के सदस्यों पर मेइतेई लोगों की ओर से हमला भी किया जाता है. हाओकिप ने यह भी कहा कि केपीए विधायकों को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का मौका नहीं दिया गया.


उन्होंने कहा, "हम प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलने दिल्ली गए थे लेकिन हमें मिलने का समय नहीं दिया गया."


हाओकिप ने कहा कि मणिपुर सरकार ने कुकियों को "दरकिनार" कर दिया है. उन्होंने कहा, "बीरेन सिंह ने घोषणा की कि हम (कुकी) जनविरोधी, आतंकवादी समूह, पोस्ता की खेती करने वाले, ड्रग तस्कर, विदेशी हैं और कुकी समुदाय के खिलाफ सभी तरह के आरोप लगाए गए हैं."


उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक गुवाहाटी, शिलांग और दिल्ली में मौजूद हैं. वे स्थिति अनुकूल होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे इंफाल लौट सकें. टोंगमांग हाओकिप ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके को पत्र लिखकर बीजेपी से रिश्ता तोड़ने के पार्टी के फैसले के बारे में बता दिया है.


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