Mamata Banerjee On Manipur Violence: नॉर्थ-ईस्ट राज्य मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरी चिंता व्यक्त की है. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि बंगाल में कुछ होता है तो केंद्र से दल आ जाते हैं लेकिन मणिपुर में कोई नहीं गया.
इसके अलावा उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल के दौरे को लेकर कहा कि बंगाल में उनका स्वागत है लेकिन उन्हें बंगाल में आने से पहले मणिपुर में जाना चाहिए था. टीएमसी चीफ ने ये भी कहा कि कर्नाटक में चुनाव प्रचार करने से पहले उन्हें हिंसा प्रभावित राज्य को देखना चाहिए था. साथ ही सीएम ममता बनर्जी ने मणिपुर की हिंसा को मानव निर्मित समस्या बताया है.
बंगाल के छात्रों को किया गया रेस्क्यू
वहीं, पश्चिम बंगाल के छात्रों के रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “मणिपुर में फंसे 18 छात्रों को सोमवार (08 मई) को सुबह वापस लाया गया है. ये छात्र इंफाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में बीएससी, एमएससी और पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे.” ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सचिवालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष में इमरजेंसी कॉल आने के बाद बचाव अभियान की शुरुआत की गई.
इन छात्रों को एक स्पेशल फ्लाइट से पश्चिम बंगाल लाया गया है जो सुबह करीब 10 बजकर 15 मिनट पर एयरपोर्ट पर उतरा. टीएमसी प्रमुख ने कहा है कि इन छात्रों को लाने का खर्चा राज्य सरकार ने वहन किया है. वहीं, मणिपुर में फंसे अन्य लोगों को लाने का प्रयास जारी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मणिपुर में उस समय जातीय संघर्ष छिड़ गया जब आदिवासियों ने राज्य के मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में प्रदर्शन किया. इस संघर्ष में लगभग 23,000 लोग विस्थापित हुए और कम से कम 54 लोगों की मौत हुई.