Manipur Violence: भीड़ ने IRB कर्मी के घर में लगाई आग, हथियार लूटने की कोशिश को किया था नाकाम
Manipur Violence Update: मणिपुर में हिंसक घटनाएं सामने आने के बीच राज्य सरकार ने इंटरनेट सेवा पर पांच दिन के लिए रोक बढ़ा दी है. केंद्र और राज्य सरकार लगातार स्थिति से निपटने की कोशिश कर रही हैं.
Manipur Violence: मणिपुर के कुछ इलाकों में अभी भी हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं. बुधवार (05 जुलाई) को थौबल जिले में भीड़ ने इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) के एक जवान के मकान में आग लगा दी क्योंकि उन्होंने दंगाइयों के हथियार लूटने की कोशिश को विफल कर दिया था.
पीटीआई के मुताबिक, दंगाइयों ने मंगलवार (04 जुलाई) को सामाराम में हथियार लूटने की कोशिश की थी. इससे पहले भी 700-800 लोगों की भीड़ चार किलोमीटर दूर वांगबल में आईआरबी के शिविर से हथियार लूटने का प्रयास कर चुकी है. इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़प में 27 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. मृतक की पहचान रोनाल्डो के रूप में की गई.
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि जवान ने अपना कर्तव्य बखूबी निभाया और दंगाइयों को पुलिस हथियार भंडार लूटने नहीं दिया. वहीं, आज हुई घटना को लेकर अधिकारियों ने बताया कि जिस जवान के घर में आग लगाई गई थी वह आईआरबी इकाई का हिस्सा था.
'हथियारबंद भीड़ ने की थी गोलीबारी'
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार (04 जुलाई) को स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और पहले आंसू गैस के गोलों और रबड़ की गोलियों का इस्तेमाल किया. हथियारबंद भीड़ ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि भीड़ ने शिविर तक आने वाली सड़कों को भी कई स्थानों पर बाधित कर दिया था.
असम राइफल्स की गाड़ी में लगाई आग
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने शिविर आ रहे असम राइफल्स के एक दल पर भी हमला किया. असम राइफल्स के कर्मियों पर गोलीबारी की और उनकी गाड़ी में आग लगा दी, जिसमें एक जवान घायल भी हो गया था. जवान के पैर में गोली लगी है. हालांकि, अब उसकी स्थिति पहले से बेहतर बताई जा रही है.
बढ़ी इंटरनेट सेवाओं पर रोक
मणिपुर सरकार ने कहा कि स्थिति को काबू में लाने के लिए राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर रोक पांच दिन बढ़ा दी गई है. अब 10 जुलाई तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक रहेगी. अधिकारियों ने तीन मई को जातीय समुदायों के बीच झड़पें शुरू होने के बाद पहली बार राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया था. इसे समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है.
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