Manipur Violence: मणिपुर में इसी साल 4 मई को दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो वायरल होने के बाद एक बार फिर से तनाव का माहौल बना हुआ है. मणिपुर में जातीय हिंसा की आंच पड़ोसी राज्यों तक पहुंचने लगी है. अब मिजोरम में मैतेई समुदाय को राज्य छोड़ने की धमकी मिली है, जिसके बाद शनिवार (23 जुलाई) देर रात समुदाय के 41 सदस्य असम पहुंचे हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी है.


अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व उग्रवादियों के एक समूह ने मेतेई समुदाय के लोगों को राज्य छोड़ने के लिए कहा था. कछार के पुलिस अधीक्षक नुमल महत्ता ने बताया कि ये लोग शनिवार रात पड़ोसी राज्य मिजोरम से सिलचर पहुंचे और उन्हें बिन्नाकांडी क्षेत्र में लखीपुर विकास खंड में एक इमारत में रखा गया है.


प्रोफेसर और सरकारी अधिकारी भी 


अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ये सभी संपन्न परिवार से हैं और अपने-अपने वाहनों से आए हैं. इनमें से कुछ कॉलेज के प्रोफेसर हैं, जबकि कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में काम करते हैं.


हालांकि, मैतेई समुदाय के सदस्यों ने कहा कि मिजोरम में उन पर कोई हमला नहीं हुआ है. मिजोरम सरकार उन्हें सुरक्षा दे रही है लेकन वे लोग कोई जोखिम लेना नहीं चाहते, इसलिए असम में आ गए हैं. मैतेई समुदाय के लोगों ने पुलिस को बताया कि स्थिति सामान्य होने तक वे असम में ही रहेंगे.


मिजोरम सरकार ने दिया सुरक्षा का भरोसा


मिजोरम सरकार ने शनिवार को राज्य में रहने वाले मैतेई समुदाय के लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और उनसे अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा. राज्य सरकार ने मिजोरम के एक पूर्व-उग्रवादी संगठन की धमकी के बाद ये आश्वासन आया, जिसमें उन्होंने मैतेई समुदाय के लोगों को मिजोरम छोड़ने के लिए कहा था. एक आधिकारिक बयान मुताबिक, राज्य के गृह आयुक्त एवं सचिव एच. लालेंगमाविया ने मैतेई समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया.


पीटीआई से इनपुट के आधार पर


यह भी पढ़ें


Manipur Violence: मणिपुर पुलिस को सबूतों के साथ मिला वो फोन, जिससे रिकॉर्ड हुआ महिलाओं से बर्बरता का वीडियो