Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार संसद में प्रधानमंत्री मोदी से जवाब की मांग कर रहा है. पिछले करीब 10 दिनों से संसद के मानसून सत्र में इस मुद्दे पर हंगामा जारी है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जानकारी देते हुए बताया है कि सरकार सदन में मणिपुर पर चर्चा करने के लिए तैयार है. उन्होंने चर्चा का वक्त भी बताया और कहा कि दोपहर दो बजे मणिपुर पर चर्चा होगी. इसके अलावा उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा. गोयल ने कहा कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा से भाग रहा है. 


विपक्ष कर रहा पीएम मोदी के बयान की मांग
विपक्ष मणिपुर मामले पर नियम 267 के तहत चर्चा की मांग कर रहा है, पिछले दिनों तमाम विपक्षी सांसदों की तरफ से इसे लेकर नोटिस दिया गया. वहीं सरकार नियम 176 के तहत चर्चा के लिए तैयार हुई है. हालांकि विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में बयान जारी करने की मांग कर रहा है. विपक्षी दलों की मांग है कि पीएम मोदी को मणिपुर के हालात पर बोलना चाहिए और वहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जवाब देना चाहिए. 


विपक्षी सांसदों ने किया मणिपुर का दौरा 
मणिपुर हिंसा के बीच विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के दौरे पर पहुंचा, जहां सांसदों ने हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की. मणिपुर का दौरा करने वाले विपक्ष के सांसदों ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के, संसद के दोनों सदन के नेताओं को हिंसा प्रभावित राज्य की स्थिति से अवगत कराया. इन सांसदों ने संसद भवन के एक कमरे में ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं से मुलकात की. इस मौके पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता टीआर बालू, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रामगोपाल यादव और कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे.


विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का एक प्रतिनिधिमंडल 29 जुलाई को हिंसा प्रभावित मणिपुर पहुंचा था. प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर जोर दिया कि अगर मणिपुर में पिछले तीन महीने से जारी जातीय संघर्ष की समस्या को जल्द हल नहीं किया गया, तो देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा हो सकती हैं. प्रतिनिधिमंडल ने यह आरोप भी लगाया कि मणिपुर में “अनिश्चितता और भय” व्याप्त है तथा केंद्र और राज्य सरकार वहां की “बहुत गंभीर” स्थिति से निपटने के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठा रही हैं.


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