Manipur Anti Riots Action: मणिपुर पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर प्रदर्शनकारी घातक हथियारों से सुरक्षा बलों पर हमला करना जारी रखेंगे तो वह जरूरी दंगा-रोधी कार्रवाई करेगी. यह चेतावनी रविवार (15 सितंबक) को काकवा में हुए विरोध प्रदर्शन के जवाब में जारी की गई. ये विरोध प्रदर्शन बीते दिन शनिवार (14 सितंबर) को हिंसा में बदल गया था.
पुलिस ने कहा कि इम्फाल पश्चिम और पूर्व के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के बुलेटप्रूफ वाहनों को प्रदर्शनकारियों की ओर से कथित तौर पर चलाई गई गोलियों से क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इम्फाल में इस सप्ताह के शुरू में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के दागे गए आंसू गैस के गोलों से दम घुटने से पीड़ित 34 साल की महिला का शनिवार को गर्भपात हो जाने के बाद प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया.
एसपी के बुलेटप्रूफ गाड़ी पर भी की फायरिंग
पुलिस उप महानिरीक्षक, रेंज I, एन. हीरोजीत ने रविवार को मीडिया को बताया कि काकवा इलाके में गुस्साई भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयासों के दौरान, हथियारबंद बदमाशों ने शनिवार रात करीब 11.30 बजे पुलिस पर आग्नेयास्त्रों और आंसू गैस के गोले से हमला किया. उन्होंने कहा कि बदमाशों ने इंफाल ईस्ट के एसपी की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर भी ताबड़तोड़ फायरिंग की.
हीरोजीत ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहले के विरोध प्रदर्शनों के विपरीत, पुलिस को अब प्रदर्शनकारियों पर पेट्रोल बम, गुलेल से दागे जाने वाले लोहे के नुकीले टुकड़े और स्वचालित आग्नेयास्त्रों सहित घातक हथियारों से जवाबी कार्रवाई करनी पड़ रही है."
अधिकारी समेत अन्य कर्मी हुए घायल
इससे पहले, 6 और 7 सितंबर के बीच की रात में, इंफाल ईस्ट कमांडो यूनिट के प्रभारी अधिकारी, एक अन्य कर्मी के साथ, इंफाल ईस्ट के खाबेइसोई में प्रदर्शनकारियों की ओर से कथित तौर पर चलाई गई गोली से घायल हो गए थे. यह तब हुआ जब वे शस्त्रागार से आग्नेयास्त्रों को लूटने के प्रयास में 7वीं मणिपुर राइफल्स पर हमला करने की कोशिश कर रही भीड़ को नियंत्रित कर रहे थे.
‘पुलिस को कठोर कार्रवाई करने के लिए मजबूर न करें’
हीरोजीत ने इस बात पर जोर दिया कि मणिपुर पुलिस ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग किया. उन्होंने लोगों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह किया.
हीरोजीत ने कहा, "पुलिस दुश्मन नहीं है, वे भी धरती के बेटे हैं. प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर हथियारबंद बदमाशों का घुसना और पुलिस को जानबूझकर निशाना बनाना बंद होना चाहिए. भीड़ को नियंत्रित करते समय पुलिस को अत्यधिक कार्रवाई करने के लिए मजबूर न करें."
ये भी पढ़ें: Manipur Violence: मणिपुर सरकार ने बढ़ाई इंटरनेट बैन की ड्यूरेशन, मोबाइल डेटा सर्विस पर भी 20 सितंबर तक रहेगी रोक