Manipur Violence: मणिपुर में पिछले करीब दो महीने से जारी हिंसा के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी राज्य के दौरे पर हैं. राहुल गांधी ने अपने दौरे के पहले दिन इंफाल से 63 किलोमीटर दूर चुराचांदपुर में राहत शिविरों में शरण लिए हुए लोगों से मुलाकात की. इससे पहले खूब हंगामा भी हुआ. अब राहुल अपने दौरे के दूसरे दिन हेलीकॉप्टर से विष्णुपर जिले के मोइरांग के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने मेइती समुदाय के हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की और पीड़ित लोगों से बातचीत की.
सामाजिक कार्यकर्ताओं से करेंगे बात
राहुल गांधी मेइती समुदाय के लोगों से मिलने के बाद इंफाल लौटेंगे. जहां वो सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे. बताया जा रहा है कि राहुल हिंसा को रोकने के लिए और लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं से बात कर सकते हैं. इसके बाद राहुल गांधी मणिपुर से ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं. जिसमें वो लोगों से हुई बातचीत की जानकारी दे सकते हैं.
राहुल गांधी को रोकने पर हुआ विवाद
राहुल गांधी गुरुवार 29 जून को मणिपुर पहुंचे, लेकिन एयरपोर्ट पर उतरने के कुछ देर बाद राहुल के काफिले को रोक दिया गया. पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए राहुल को सड़क मार्ग से जाने की इजाजत नहीं दी, इसके बाद राहुल गांधी हेलीकॉप्टर से चुराचांदपुर पहुंचे और राहत शिविरों में मौजूद लोगों से मिले. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की यात्रा को विफल करने के लिए बीजेपी सरकार ने ऐसा किया, वहीं बीजेपी की तरफ से कहा गया कि नेताओं का दौरा मणिपुर में मतभेद को और बढ़ा सकता है.
हिंसा में दो लोगों की मौत
मणिपुर में पिछले कुछ दिन से बनी शांति तब भंग हो गई जब कांगपोकपी जिले के हराओठेल गांव में गुरुवार (29 जून) सुबह सुरक्षा कर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध दंगाइयों की मौत हो गई. इस गोलीबारी की घटना में पांच लोग घायल भी हो गए. अधिकारियों ने बताया कि जिस समुदाय से दोनों मृतक उपद्रवी आते थे, उसके लोगों ने उनके शवों के साथ इंफाल में मुख्यमंत्री आवास तक जुलूस निकालने की कोशिश की. जब पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री आवास तक जाने से रोका तो जुलूस हिंसक हो गया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया.
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