Manipur Violence: CJI और सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी पड़ी भारी, लेखक बद्री शेषाद्री को तमिलनाडु पुलिस ने किया गिरफ्तार
Badri Seshadri Arrest: मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है. इसमें अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
Manipur Violence: तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार (29 जुलाई) को लेखक और ब्लॉगर बद्री शेषाद्री को एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान मणिपुर हिंसा को लेकर न्यापालिका के खिलाफ कथित टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार किया. शेषाद्री पर आरोप है कि उन्होंने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ पर भी टिप्पणी की है.
पुलिस के मुताबिक, शेषाद्री के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (दंगे भड़काने के इरादे से उकसाना), 153 ए (1) (ए) (समूहों के बीच शब्दों के जरिये शत्रुता को बढ़ावा देना) और 505 (1) (बी) (जनता में भय पैदा करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत में क्या कहा गया?
अधिवक्ता कविअरासू की शिकायत के आधार पर पेरंबलूर जिले की पुलिस ने शनिवार सुबह शेषाद्री गिरफ्तार किया. वह कुन्नम जिले का रहने वाला है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि वह 22 जुलाई को एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में न्यायपालिका के खिलाफ शेषाद्री की टिप्पणियों से क्षुब्ध है.
बद्री शेषाद्री ने क्या कहा था?
इंडिया टुडे के मुताबिक बद्री शेषाद्री ने इंटरव्यू में मणिपुर को लेकर कहा था, ''सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर सरकार कुछ नहीं करती है तो हम करेंगे. ऐसे में सीजेआई चंद्रचूड़ को गन दे दीजिए और उन्हें मणिपुर भेज दीजिए. देखते हैं क्या वो फिर से राज्य में शांति बहाल कर पाएंगे.''
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने तमिल में ट्वीट करते हुए शेषाद्री की गिरफ्तारी की निंदा की. उन्होंने सत्तारूढ़ डीएमके पर आम आदमी के व्यक्त किए गए विचारों से निपट नहीं पाने पर गिरफ्तारी का हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया. अन्नामलाई ने ट्वीट किया, ‘‘क्या सत्तारूढ़ द्रमुक का प्रतिशोधात्मक एजेंडा चलाना पुलिस की जिम्मेदारी है?’’ॉ
बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
इनपुट भाषा से भी.