Manipur Violence: मणिपुर में फिर हिंसा, इंफाल में 2 घरों में उपद्रवियों ने लगाई आग, सुरक्षाबलों ने छोड़े आंसू गैस के गोले
Manipur Violence: मणिपुर में हुई हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है तो वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
Manipur Violence: मणिपुर में पिछले कई दिनों से हिंसा जारी है. इसी बीच गुरुवार (15 जून) को उपद्रवियों ने इंफाल के न्यू चेकऑन (New Checkon) में दो घरों में आग लगा दी. इसको देखते हुए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े.
इससे पहले बुधवार (14 जून) को इंफाल के लाम्फेल इलाके में अज्ञात लोगों ने महिला मंत्री नेमचा किपजेन के आधिकारिक आवास में आग लगा दी थी. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि खमेनलोक इलाके के एक गांव में संदिग्ध बदमाशों के हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 10 घायल हो गए.
मणिपुर में क्या स्थिति है?
मणिपुर के 16 में से 11 जिलों में कर्फ्यू लागू है, जबकि इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं. पीटीआई ने बताया कि एक महीने पहले मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के लोगों के बीच हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और 310 अन्य घायल हो गए थे. राज्य में शांति बहाल करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया है.
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, प्रभावित समूहों और अधिकारियों के साथ बैठक की थी. उन्होंने इसके बाद लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा था कि हिंसा करने वालों पर कार्रवाई होगी. ये ही बात सीएम एन बीरेन सिंह ने भी दोहराई थी.
मामला क्या है?
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. राज्य की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और ये मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. आदिवासियों- नगा और कुकी की आबादी 40 प्रतिशत है और ये पर्वतीय जिलों में रहते हैं.
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