Manipur Violence: मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के वीडियो को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि 'अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए तो हम कार्रवाई करेंगे...' इस मामले को लेकर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं. साथ ही बताया है कि अगले हफ्ते शुक्रवार को मामले की सुनवाई होगी. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले को लेकर दुख जताया था और कड़े एक्शन की बात कही थी. 


सुप्रीम कोर्ट की कड़ी चेतावनी
महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने की घटना पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि इस तरह की घटना को बिल्कुल स्वीकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने जानकारी मांगी है कि जो लोग इसके जिम्मेदार हैं, उन पर क्या एक्शन लिया गया. कोर्ट ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उसने जरूरी कार्रवाई नहीं की तो फिर कोर्ट अपनी तरफ से कदम उठाएगा. 


चीफ जस्टिस ने रिपोर्ट की तलब
20 जुलाई की सुबह करीब 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही शुरू होते ही चीफ जस्टिस ने कहा कि मणिपुर का वीडियो परेशान करने वाला है. उन्होंने कहा कि जातीय हिंसा से प्रभावित क्षेत्र में महिलाओं का इस्तेमाल एक सामान की तरह किया गया. संवैधानिक अधिकारों का ऐसा हनन असहनीय है. केंद्र और राज्य सरकार इस पर रिपोर्ट दे. अगली सुनवाई तक सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की है. 


सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने दिया वक्त
कोर्ट में मौजूद केंद्र सरकार के दूसरे सबसे बड़े वकील सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट की चिंता से सहमति जताई. उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जरूरत है. इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि वो सरकार को अपना काम करने के लिए समय दे रहे हैं. शुक्रवार, 28 जुलाई को यह मामला सुना जाएगा. अगर तब तक संतोषजनक कदम नहीं उठाए गए तो सुप्रीम कोर्ट खुद जरूरी आदेश देगा. 


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