Manipur Violence: 'नीचता तो वो है जो बीजेपी...', मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस के रिपोर्ट कार्ड को लेकर स्मृति ईरानी पर महुआ मोइत्रा का हमला
Manipur Women Parade: मणिपुर में 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद झड़प शुरू हुई थी. अब तक राज्य में हुई हिंसा में 150 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
Manipur Violence: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने के मामले में देशभर में आक्रोश है. इसने मानवता को शर्मसार कर दिया है. इसी बीच मामले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा में बयानबाजी शुरू हो गई है.
कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा को जिक्र कर एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया. इसमें उन्होंने लिखा कि स्मृति ईरानी का रिपोर्ट कार्ड है, जिसमें कि वो फेल साबित हुईं. इसमें पार्टी ने आगे लिखा कि मणिपुर हिंसा पर ईरानी चुप रहीं. महिलाओं से हुए यौन उत्पीड़न: महिलाओं की दुर्दशा के बारे में अनभिज्ञ! दो महीने उन्हें बाद होश आया.
इसके जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ऐसी नीचता बहुत कम ही लोग कर पाते हैं- महिलाओं का स्कोर कार्ड रखना. जानबूझकर की गई अज्ञानता के उदाहरण बहुत कम हैं जो लगातार दिखते हैं. दोनों मोर्चों पर यानी नीचता और जानबूझकर की गई अज्ञानता में कांग्रेस ने अच्छा स्कोर किया है. वंशवाद अनुमति दे तो संसद में चर्चा करें.
There are depths of depravity very few are capable of — keeping a score card re women. There are instances of wilful ignorance very few incessantly exhibit. On both counts - depravity and wilful ignorance- CONgress scores well. Discuss in Parliament if the dynasty permits. https://t.co/5vpEPZXX11
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 22, 2023
महुआ मोइत्रा क्या बोलीं?
बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी के रिप्लाई पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि माफ करना ये नीचना नहीं है. नीचता तो वो है जो बीजेपी मणिपुर मामले में दूसरे राज्यों के फर्जी हमले की बात कहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी हमारी बहने की जान जाने पर चुप्पी साध लेते हैं.
उन्होंने आगे लिखा नीचता तो है जब आप हमारे पहलवानों की आप रक्षा नहीं कर पाते. आप डिक्शनरी खरीदें अगर मौनगुरु अनुमति दें.
मामला क्या है?
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने मामले में एफआईआर का हवाले देते हुए बताया कि भीड़ ने चार मई को एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी, जिसने कुछ लोगों को अपनी बहन से दुष्कर्म करने से रोकने की कोशिश की थी. प्राथमिकी के मुताबिक, इसके बाद दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और दूसरे लोगों के सामने ही उनका यौन उत्पीड़न किया गया.
Sorry WCD Minister. This isn’t Depravity. Depravity is BJP deflecting Manipur issue with all out fake news assault in other states. When PM, HM & WCD keep mum while our sisters die. Depravity is when your chair can’t protect our wrestlers.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 22, 2023
Buy a dictionary. If MaunGuru permits. https://t.co/ljTOcHlUos
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
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