Manish Sisodia Arrest: दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है. मनीष सिसोदिया, दिल्ली के चर्चित एजुकेशन मॉडल का चेहरा रहे हैं. आम आदमी पार्टी उन्हें एक ऐसे चेहरे के रूप में पेश करती रही है, जिसने दिल्ली के स्कूलों की तस्वीर बदल दी है.
पिछले साल पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने वाले दूसरे नेता बन गए हैं. पिछले साल मई में सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया की जिम्मेदारियां भी बढ़ गई थीं. सिसोदिया की ताकत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वह दिल्ली सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य सहित 18 विभाग संभाल रहे थे.
शिक्षा विभाग को झटका
सिसोदिया की गिरफ्तारी से सबसे बड़ा झटका शिक्षा विभाग को लगा है, जिसकी ब्रांडिंग उनकी पार्टी करती रही है. आम आदमी पार्टी की ओर से सिसोदिया को "भारत का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री" बताया जाता है.
साथ ही केजरीवाल के लिए सबसे बड़ी चुनौती दिल्ली सरकार के बजट को निर्धारित तरीके से पेश करने और सिसोदिया की जगह दूसरा चेहरा ढूंढने की है. 2014 से मनीष सिसोदिया ही दिल्ली सरकार का बजट पेश कर रहे थे. उम्मीद है कि राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं.
सिसोदिया के पास 18 विभाग
दिल्ली सरकार की वेबसाइट के मुताबिक कुल 33 विभाग हैं. इनमें से सिसोदिया स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सेवाओं, वित्त, बिजली, गृह और शहरी विकास जैसे 18 विभाग सिसोदिया के पास है. सिसोदिया के पास ऐसे सभी विभागों का प्रभार है जो किसी को आवंटित नहीं हैं.
अन्य मंत्रियों के पास कौन सा पोर्टफोलियो
अरविंद केजरीवाल के अलावा दिल्ली सरकार में छह कैबिनेट मंत्री हैं, जिनमें जेल में बंद जैन भी शामिल हैं. सत्येंद्र जैन वर्तमान में बिना पोर्टफोलियो के मंत्री हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जैन को पिछले साल गिरफ्तार किया था. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के पास केवल तीन विभाग हैं. इमरान हुसैन के पास दो विभाग हैं- खाद्य और नागरिक आपूर्ति चुनाव.
पार्टी विस्तार के प्लान का क्या होगा?
दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के बाद अब केजरीवाल की योजना दूसरे राज्यों में फैलने की है. हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर जीत हासिल कर पार्टी ने खिड़की खोली है. अगले महीने कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के दौरे पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में सिसोदिया का जेल जाना पार्टी और अरविंद केजरीवाल दोनों के लिए झटका है.
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