Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली की शराब नीति मामले में गिरफ्तार हुए पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत को लेकर बुधवार को (12 अप्रैल) कोर्ट में सुनवाई हुई. सिसोदिया की पत्नी की तबीयत की दलील पर ईडी ने कहा कि जिस व्यक्ति के पास 18 पोर्टफोलियो रहे हों और जो चुनाव प्रचार के लिए देश में घूमते रहे हैं. ऐसे में उनकी पत्नी की देखभाल दूसरे लोग करते थे.
इसी के साथ ईडी की दलील पूरी हो गई है. बचाव पक्ष की सुनवाई मंगलवार (18 अप्रैल) को दोपहर 2 बजे होगी. सीबीआई ने दिल्ली की आबकारी नीति को बनाने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर 26 फरवरी को सिसोदिया को अरेस्ट किया था. इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुडे़ केस में ईडी जांच कर रही है.
ईडी ने साथ कहा कि शराब नीति मामले में हुए मनी लॉन्ड्रिंग में सिसोदिया ही मुख्य साजिश करने वाले हैं. साथ ही इस दौरान जांच एजेंसी ने कोर्ट को मामलो को लेकर डायरी दिखाई तो सिसोदिया के वकील ने कहा कि केस से जुड़ी है तो हमें भी डायरी देखनी है.
पिछली सुनवाई में क्या हुआ था?
पिछली सुनवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट में कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जांच काफी अहम पड़ाव पड़ रहा है. वहीं सिसोदिया का पक्ष रख रहे वकील ने कहा था कि ईडी के पास इसको लेकर कोई सबूत नहीं है,
आप नेता सिसोदिया के वकील ने कहा था कि उनके घर और गांव तक में रेड की गई लेकिन कुछ नहीं मिला. शराब नीति को मंजूरी कई जगह से मिली थी. इसमें एलजी वीके सक्सेना भी शामिल थे लेकिन सिर्फ हमारे को लेकर जांच चल रही है. हमने कभी किसी गवाहों को धमकाने की कोशिश नहीं की. ना ही सिसोदिया के परिवार के किसी सदस्य के बैंक अकाउंट मैं पैसे गए.
ये भी पढ़ें- Delhi Liquor Scam: मनीष सिसोदिया को नहीं मिली राहत, 17 अप्रैल तक जेल में रहेंगे पूर्व डिप्टी सीएम