AAP की बड़ी बैठक, सीएम केजरीवाल बोले- पार्टी तोड़ने के लिए विधायकों को धमकाना गंभीर मामला
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ विधायकों ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि उन्हें धमकी दी गई है, पार्टी को तोड़ने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई है.
Arvind Kejriwal Says AAP MLAs Threatened: आम आदमी पार्टी (आप) की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की आज बैठक हुई. विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपों को लेकर यह बैठक सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पर आयोजित की गई. इस बैठक में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, गोपाल राय, आतिशी, एनडी गुप्ता, दुर्गेश पाठक, पंकज गुप्ता, राघव चड्ढा, इमरान हुसैन और राखी बिड़लान मौजूद रहे.
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ विधायकों ने उनसे कहा है कि उन्हें पार्टी तोड़ने के लिए धमकाया जा रहा है और रिश्वत की पेशकश की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि आप की राजनीति मामलों की समिति बुधवार की शाम को बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेगी.
क्या है आप का दावा?
कुछ दिन पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ‘आप’ छोड़ने पर उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाने और सारे मामले वापस लेने की पेशकश की है. वह आबकारी नीति 2021-22 को लागू करने में कथित अनियमितता को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच का सामना कर रहे हैं.
केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा, “ कुछ विधायकों ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि उन्हें धमकी दी गई है, पार्टी को तोड़ने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई है. यह बहुत ही गंभीर मामला है. हम इस मुद्दे पर बैठक करेंगे और स्थिति की समीक्षा करेंगे.”
‘आप’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि विधायक अजय दत्त, संजीव झा, सोमनाथ भारती और कुलदीप से भाजपा के नेताओं ने संपर्क किया है . उनके मुताबिक, इन विधायकों के साथ भाजपा नेताओं के ‘दोस्ताना रिश्ते’ हैं. सिंह ने दावा किया, “ उन्हें पेशकश की गई है कि अगर वह पार्टी (भाजपा) में शामिल होते हैं तो उन्हें 20 करोड़ रुपये दिए जाएंगे और अगर वे अपने साथ अन्य विधायकों को लेकर आते हैं तो उन्हें 25 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.”
केजरीवाल से 97 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इन दावों के बारे सवाल पूछे गए थे. सीबीआई के छापे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जांच और छापेमारी गुजरात विधानसभा चुनाव तक जारी रहेगी जो इस साल के अंत में होने हैं.