Delhi Budget: दिल्ली विधानसभा में आज यानी शनिवार को उप-मुख्यमंत्री और दिल्ली के वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट 2022-23 पेश किया. इस बजट को सरकार ने 'रोजगार बजट' का नाम दिया. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का इस बार का बजट 75,800 करोड़ रुपये प्रस्तावित है. बजट पेश करते वक्त मनीष सिसोदिया ने सबसे पहली और बड़ी योजना जो सदन के सामने रखी वो है अगले 5 साल में 20 लाख लोगों को रोजगार देने की.


केजरीवाल जो कहते हैं, वो करते हैं- सिसोदिया
 
इस पर एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, "मैंने दिल्ली विधानसभा में आज 8वां बजट पेश किया. पिछले 07 बजट में अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में जितनी भी योजनाएं थीं उन सब पर काम किया गया है. अरविंद केजरीवाल जो कहते हैं, वो करते हैं, यह बच्चा-बच्चा जानता है. अगर अरविंद केजरीवाल ने 20 लाख लोगों को रोजगार देने की योजना बनाई है, तो सबकुछ सोच समझ कर ही बनाई है."


आज कहा है तो कल करके दिखाएंगे- सिसोदिया


उन्होंने आगे कहा, "20 लाख नौकरियां केवल एक वादा नहीं है. सदन के पटल पर बजट दस्तावेज है, ना कि एक रैली है. इसलिए आज कहा है तो कल करके दिखाएंगे. 2015 में जब हमने काम करना शुरू किया था, तो लोग कहते थे दिल्ली में कभी भी सरकारी स्कूल नहीं सुधर सकते, स्वास्थ्य नहीं सुधर सकता. आज वह मॉडल बदल चुका है. आने वाले सालों में दिल्ली का मॉडल स्टडी किया जाएगा कि सरकार नौकरियां कैसे क्रिएट कर सकती है."


व्यापार बढ़ेगा और जॉब भी क्रिएट होंगे- डिप्टी सीएम


कोरोना के दौरान व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था, ऐसे में इस बजट में उनके लिए कर माफी, होलसेल फेस्टिवल, शॉपिंग फेस्टिवल जैसी योजनाएं भी प्रस्तावित की गई हैं. मनीष सिसोदिया ने कहा, "कर माफी दो स्तरों पर है. जो वैट के पुराने मुकदमे चल रहे हैं उसमें व्यापारियों को यह स्कीम दी जाएगी कि आप एक मुश्त सेटलमेंट कर लीजिए, जिसके बाद से मुकदमा भी खत्म हो जाएगा. दूसरा, शॉपिंग फेस्टिवल और होलसेल फेस्टिवल में व्यापारियों से हमारा आग्रह रहेगा कि वे लोगों को छूट दें और हम उनको छूट देंगे. खास बात यह होगी कि फेस्टिवल के समय जब व्यापारी अपने ग्राहकों को छूट देगा, तो सरकार व्यापारियों को कर में छूट देगी. इससे उसका व्यापार बढ़ेगा और जॉब भी क्रिएट होंगे."


'दिल्ली में ऑक्सीजन-आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई गई है'


राजधानी दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "दिल्ली में पिछले 7 साल में हेल्थ सेक्टर में बहुत काम हुआ है, इसीलिए आपको दिल्ली में उत्तर प्रदेश की तरह नदी के किनारे लाशें तैरती हुई नहीं दिखी थीं. दिल्ली में बाकी राज्यों के मुकाबले बहुत बेहतर हालात रहे. हमने स्वास्थ्य सेक्टर में जो काम किया था उसका फायदा हमें कोरोना के समय देखने को मिला. दिल्ली में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई गई है. हमने ऑक्सीजन का ही क्राइसिस देखा. उसका भी हमने प्रोडक्शन शुरू कर दिया है, ताकि ईश्वर ना करें कोई अगली लहर आती है, तो दिल्ली तैयार रहेगी."


'यमुना में एक बूंद भी गंदा पानी दिल्ली की तरफ से नहीं गिरेगा'


आज सदन में बजट पेश करते वक्त सिसोदिया ने कहा कि अगले दो साल में यमुना पूरी तरह साफ हो जाएगी. ऐसे में ये काम कैसे संभव होगा, इस पर बात करते हुए उप-मुख्यमंत्री ने कहा, "पिछले तीन-चार सालों में जिस तरह से यमुना में प्रदूषण रोकने का काम किया गया है, ड्रेन को रोका गया है उससे यमुना थोड़ी बहुत साफ हुई है. हमारी जिम्मेदारी यही है कि यमुना में एक बूंद भी गंदा पानी दिल्ली की तरफ से नहीं गिरेगा और यह वादा हम दो साल के अंदर पूरा कर देंगे."


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