नई दिल्ली: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि राज्य में 18 साल से अधिक आयु वाले टीकाकरण के सेंटर बंद करना होगा है, क्योंकि वैक्सीन की उपलब्धता नहीं है. उन्होंने ट्वीट करते हुए ये बात कही. इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि अगर हमें पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिली तो 18-44 आयु वर्ग के सारे वैक्सीनेशन सेंटर्स इस महीने के लिए मजबूरन बंद करने पड़ेंगे.


मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली ने कुल 50 लाख वैक्सीन डोज का बेंचमार्क पार कर दिया (पहला और दूसरा डोज मिलाकर). लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें 18+ आयु वर्ग के लिए अपने केंद्रों को बंद करना पड़ रहा है, क्योंकि टीका उपलब्ध नहीं है.”






राष्ट्रीय राजधानी में एक दिन में कोविड-19 के 3,846 नए मामले सामने आए, जो पांच अप्रैल के बाद सबसे कम दैनिक मामले हैं. दिल्ली सरकार द्वारा जारी एक स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, इस अवधि में संक्रमण से 235 और लोगों की मौत हुई. वहीं, संक्रमण दर भी गिरावट के साथ 5.78 प्रतिशत हो गई है.


यह लगातार तीसरा दिन है जब यहां कोविड-19 के नये मामले 5000 से कम रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से नये मामले एवं संक्रमण दर घटने के साथ दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति सुधर रही है. चिकित्सा विशेषज्ञों ने इसका श्रेय लॉकडाउन को दिया है.दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में सराहनीय तरीके से स्थिति में सुधार आ रहा है लेकिन ‘‘ हमारा लक्ष्य नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर को दो प्रतिशत तक लाना होना चाहिए. ’’


सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, नमूनों के संक्रमित आने की दर अभी 5.78 प्रतिशत है, जो छह अप्रैल के बाद से सबसे कम है. छह अप्रैल को नमूनों के संक्रमित आने की दर 4.9 प्रतिशत थी . संक्रमण के दैनिक नए मामले भी पांच अप्रैल के बाद सबसे कम हैं, तब कोविड-19 के 3,548 मामले सामने आए थे. नए मामले कम होने का एक कारण यह भी है, कि मंगलवार को 66,573 नमूनों की ही कोविड-19 संबंधी जांच की गई.


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