नई दिल्लीः दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए जुलाई में 29 विषयों की होने वाली सीबीएसई (CBSE) परीक्षा नहीं कराए जाने की अपील की है. मनीष सिसोदिया ने अनुरोध किया है कि बाकी की परीक्षा कराने के बजाय प्री-बोर्ड और इंटरनल एग्जाम के आधार पर रिज़ल्ट घोषित कर दिया जाए.


इस अपील के पीछे की वजह बताते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने पत्र में लिखा है, "दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और 31 जुलाई तक करीब 5 लाख 30 हज़ार मामले होने की संभावना है. ऐसी स्थिति में अगर छात्र या उसके परिवार में कोई पॉजिटिव हुआ तो उसको एग्जाम छोड़ना पड़ेगा, जिससे आगे और समस्या होगी. दिल्ली में फिलहाल 242 कंटेनमेंट जोन हैं जो आगे अभी और बढ़ेंगे."


सीबीएसई के प्लान के मुताबिक कंटेनमेंट जोन में जो स्कूल होगा, उसमें एग्जाम नहीं होंगे, लेकिन यह साफ नहीं है कि कंटेनमेंट जोन में से निकलकर छात्र कैसे परीक्षा देने आएंगे. इस समय 251 सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग में राशन वितरण का काम चल रहा है. 33 स्कूलों में हंगर रिलीफ सेन्टर चलाये जा रहे हैं, 39 में शेल्टर होम बने हैं. 10 स्कूल ट्रांसिट माइग्रेंट कैंप और 10 क्वारंटीन सेंटर बने हैं. इन स्कूलों में 1 जुलाई से परीक्षा नहीं हो सकती.


इसके अलावा बेड की उपलब्धता बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार 242 स्कूलों के ऑडिटोरियम को इस्तेमाल करने की प्लानिंग कर रही है. ऐसे स्कूलों में जहां कोरोना मरीज़ बड़ी संख्या में होंगे, वहां पर परीक्षा कराना एक गंभीर खतरा होगा. ऐसी परिस्थिति में 1 से 15 जुलाई के बीच स्कूल बिल्डिंग में परीक्षा कराना और सभी छात्रों का परीक्षा देना सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल होगा.


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