Delhi Mohalla Clinic: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने MCD चुनाव से पहले अक्टूबर और नवंबर में जानबूझकर मोहल्ला क्लीनिकों के लिए फंड रोकने वाले अधिकारियों को गिरफ्तार कर उन पर कार्रवाई की मांग की है. 


डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को लिखे अपने पत्र में कहा है कि दिल्ली के कोने-कोने में मोहल्ला क्लीनिक बने हुए हैं, इसलिए लोग बड़ी आसानी से अपने नजदीकी मोहल्ला क्लीनिक तक पहुंच जाते हैं. एमसीडी चुनाव से ठीक पहले इस पूरी व्यवस्था को ठप करने की साजिश रची गई थी. उन्होंने आगे लिखा है कि दिल्ली सरकार में तैनात कुछ अधिकारियों ने जानबूझकर फाइलों को इधर-उधर कर दिया ताकि एमसीडी चुनाव से ठीक दो महीने पहले मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों को उनके वेतन का भुगतान नहीं किया जा सके. 


सरकार के खिलाफ साजिश रची गई 


अपने पत्र में सिसोदिया ने लिखा है कि मोहल्ला क्लिनिक में सारे टेस्ट बंद कर दिए गए. इससे सैलरी न मिलने के बावजूद मोहल्ला क्लीनिक में आने वाले डॉक्टर चाहकर भी इलाज न कर सकें. इतना ही नहीं, मोहल्ला क्लीनिकों के बिजली बिल भी रोके गए और किराए के भवनों में चल रहे मोहल्ला क्लीनिकों का किराया भी जमा नहीं किया गया. यह सब इसलिए किया गया ताकि जनता हमारी सरकार से परेशान और नाराज हो और वेतन न मिलने से डॉक्टर परेशान हों. 


मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि स्वास्थ्य विभाग और वित्त विभाग के अधिकारी कोई न कोई बहाना बनाकर फाइलों को इधर से उधर करते रहे. वे नए नए बहाने बनाकर फाइलों को इधर-उधर घुमा रहे थे, और चुनाव से दो महीने पहले फाइलों को बिना भुगतान के जारी कर दिया गया था.


केजरीवाल ने भी कार्रवाई की मांग 


इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों को एमसीडी चुनाव के पहले ठप करने वालों और उन्हें ऐसा करने का आदेश देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. ये देशद्रोह है. अपनी सर्विस का दुरुपयोग करके अधिकारियों को धमकी देकर उनसे जन विरोधी काम करवाए जा रहे हैं.


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